Bus Driver Vijay Kumar: जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के शिव खोड़ी के पास 9 जून को हुए आतंकी हमले में तीर्थ यात्रियों से भरी एक बस को निशाना बनाया गया था. इस हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 41 लोग घायल हुए थे. हालांकि, बस के ड्राइवर विजय कुमार की बहादुरी के कारण मरने वालों की संख्या बहुत अधिक नहीं बढ़ पाई.


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ड्राइवर विजय कुमार की बहादुरी


आतंकी हमले के समय, शाम करीब 6.20 बजे, जब आतंकियों ने बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू की, तो बस के ड्राइवर विजय कुमार को भी गोलियां लगीं. इसके बावजूद, उन्होंने न केवल बस को नियंत्रित रखा बल्कि यात्रियों की जान बचाने के लिए बस को तेजी से भगाते रहे. घायल अवस्था में भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई और बस को खाई में गिरने से पहले नियंत्रित रखा.


रेनू देवी को सरकारी नौकरी


अगर विजय कुमार ने इस तरह की बहादुरी नहीं दिखाई होती, तो मरने वालों की संख्या बहुत अधिक हो सकती थी. विजय कुमार की इस वीरता के लिए रियासी जिले के डीसी और स्थानीय लोगों द्वारा उनका अंतिम संस्कार शहीद की तरह तिरंगा फहराकर किया गया था. अब जम्मू कश्मीर सरकार ने विजय कुमार की धर्म पत्नी रेनू देवी को उनकी बहादुरी के सम्मान में सरकारी नौकरी देने का निर्णय लिया है.


मनोज सिन्हा ने रेनू देवी को नियुक्ति पत्र सौंपा


जम्मू के राज भवन में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने रेनू देवी को नियुक्ति पत्र सौंपा. इस अवसर पर रियासी जिले के डिप्टी कमिश्नर विशेष पाल महाजन और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे. विजय कुमार की इस शहादत और बहादुरी को हमेशा याद रखा जाएगा.