नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि असम यहां के मूल निवासियों का है और यहां पैदा हुए लोग भविष्य में भी राज्य पर शासन करते रहेंगे. सोनोवाल बुधवार को धेमाजी जिले में मिशिंग जनजाति के एक महोत्सव में सभा को संबोधित रहे थे.


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उन्होंने कहा, "कोई बाहरी व्यक्ति स्थानीय लोगों को कमजोर करके यहां अपना झंडा बुलंद नहीं कर सकता. इस मिट्टी से पैदा हुए लोग ही भविष्य में भी यहां शासन करते रहेंगे." 


मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशिंग समुदाय के युवाओं को राज्य को विश्व मंच पर मजबूती से स्थापित करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. ज्ञात हो कि इन दिनों नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. अभी तक सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है.


विरोध में कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) और जातियताबंदी युवा छात्र परिषद (एजेवाईसीपी) के प्रदर्शनकारी खुलकर सड़कों पर उतर आए हैं.


यह विधेयक हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी व ईसाइयों को, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के भारत आए हैं, या जिनके वैध दस्तावेजों की समय सीमा हाल के सालों में खत्म हो गई है, उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाता है. यह विधेयक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के छह गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों के लोगों को भारतीय नागरिकता हासिल करने में आ रही बाधाओं को दूर करने का प्रावधान करता है.


(भाषा इनपुट के साथ)