Maharashtra Politics: महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बृहस्पतिवार को कहा कि राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे को ‘इस्तेमाल किया और उन्हें छोड़ दिया.’ पवार ने अपनी पार्टी के नेता जयंत पाटिल के लिए बड़ी भूमिका के संकेत दिए हैं जिसकी पृष्ठभूमि में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख ने यह टिप्पणी की है. बावनकुले ने यह भी कहा कि पवार अपनी बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.


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भाजपा पदाधिकारियों की बैठक के इतर संवाददाताओं से बातचीत में बावनकुले ने कहा कि महायुति में “90 प्रतिशत” सीट पर फैसला हो चुका है. सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा भी शामिल है.


सांगली जिले के इस्लामपुर में राकांपा (एसपी) के 'शिव स्वराज्य यात्रा' अभियान के तहत बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि यह सभी की इच्छा है कि जयंत पाटिल “राज्य के पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी” लें.


इस बारे में पूछे जाने पर बावनकुले ने कहा, “शरद पवार ने उद्धव ठाकरे का इस्तेमाल किया और उन्हें छोड़ दिया. ठाकरे को 2019 में हमसे (भाजपा से) छीन लिया गया और एकमात्र एजेंडा उन्हें मुख्यमंत्री बनाना था. वह मुख्यमंत्री बन गए लेकिन अब शरद पवार और कांग्रेस के लिए उनकी उपयोगिता खत्म हो गई है. उनकी हालत ऐसी है कि वह पवार और कांग्रेस के पीछे भाग रहे हैं. वह अब कहीं नहीं हैं.”


भाजपा नेता ने कहा, “मातोश्री (ठाकरे का निवास) का दर्जा क्यों कम किया जा रहा है? उन्हें (उद्धव को) पवार के पास जाना होगा. उन्हें दिल्ली जाना होगा. उनके प्रवक्ता (संजय राउत का संदर्भ) को हर सुबह मुख्यमंत्री पद के बारे में कहना पड़ता है.”


बावनकुले ने कहा, “लेकिन वास्तविकता यह है कि पवार साहब सुप्रिया सुले को राज्य का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. मैं यह बात पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं.” बावनकुले ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नाना पटोले दावा करते रहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, जबकि इस पद पर विजय वडेट्टीवार, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट की भी नजर है.


भाजपा नेता ने दावा किया कि महायुति में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई होड़ नहीं है. उन्होंने कहा, “महायुति के नेताओं में शामिल मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने करीब 90 फीसदी सीट पर फैसला कर लिया है. महायुति में कोई संख्या का खेल नहीं है. यह उम्मीदवार की योग्यता पर निर्भर करता है. सीट के बंटवारे पर अंतिम फैसला 20 अक्टूबर तक होने की उम्मीद है.” महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.


(एजेंसी इनपुट के साथ)