Delhi: सोने की तस्करी में पकड़े गए शख्स ने खुद को बताया शशि थरूर का PA, कांग्रेस सांसद ने कहा- कानून अपना काम करे
Shashi Tharoor News: दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने बुधवार को सोने की तस्करी के आरोप में दो शख्स को गिरफ्तार किया है. शख्स के पास से 500 ग्राम की सोने की चेन बरामद की गई है जिसकी कीमत 35.22 लाख रुपये है. बरामद सोने को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 110 के तहत जब्त कर लिया गया है और जांच जारी है.
Gold smuggling case: सोने की तस्करी के मामले में दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार दो लोगों में से एक ने खुद को कांग्रेस सांसद शशि थरूर का PA यानी निजी सहायक बताया है. बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर तलाशी के दौरान कस्टम विभाग ने दो लोगों के पास से 500 ग्राम सोना बरामद किया था. एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सीमा शुल्क विभाग ने बताया है कि दोनों व्यक्ति को तलाशी को दौरान रोका गया. उसके पास से 500 ग्राम की सोने की चेन बरामद की गई है जिसकी कीमत 35.22 लाख रुपये है.
शशि थरूर ने क्या कहा?
सीमा शुल्क के सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए लोगों में से एक ने अपनी पहचान शिव कुमार प्रसाद के रूप में बताई और उसने दावा किया कि वह शशि थरूर का निजी सहायक है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस सासंद शशि थरूर ने सफाई देते हुए कहा है, " मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए धर्मशाला आया हूं. अपने स्टाफ के एक पूर्व सदस्य से जुड़ी घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. 72 वर्षीय उस व्यक्ति का लगातार डायलिसिस होता है. उस व्यक्ति को अनुकंपा के आधार पर पार्ट टाइम के लिए जॉब पर रखा था. मैं किसी भी गलत काम का समर्थन नहीं करता हूं. इस मामले की जांच के लिए आगे की जरूरी कार्रवाई में अधिकारियों को पूरी मदद करने का कोशिश करूंगा. कानून को अपना काम करना चाहिए."
बैंकॉक से दिल्ली पहुंचा था शख्स
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों शख्स बुधवार को बैंकॉक से दिल्ली पहुंचा था. कस्टम विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बुधवार को बैंकॉक से दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे एक भारतीय नागरिक के खिलाफ सोने की तस्करी का मामला दर्ज किया गया है. जांच में एक अन्य व्यक्ति की संलिप्तता का भी पता चला है. जिसकी मदद से वह एयरपोर्ट पर पहुंचा. जो शख्स को रिसीव करने के लिए हवाई अड्डा आया था और उसने सोने की तस्करी में भी मदद की थी.
बयान में आगे कहा गया है, "जांच में पता चला कि उस व्यक्ति (सोना लेने वाले) के पास हवाई अड्डे में प्रवेश के लिए वैध एयरोड्रम एंट्री परमिट थी. इस बात की जांच की जा रही है कि उसे एक संसद सदस्य की प्रोटोकॉल टीम के सदस्य के रूप में एयरोड्रम एंट्री परमिट किन परिस्थितियों में जारी किया गया था."