कांग्रेस में ही शशि थरूर के खिलाफ बढ़ रहा असंतोष, ये है वजह
केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने राज्य सरकार की सेमी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ अपनी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन यूडीएफ के सांसदों द्वारा केंद्र सरकार को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने इनकार कर दिया है और साथ ही मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की `निवेश अनुकूल` पहलों के लिये उनकी तारीफ की है, जिससे कांग्रेस की केरल इकाई में असंतोष पनप रहा है.
तिरुवनंतपुरम: केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने राज्य सरकार की सेमी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ अपनी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन यूडीएफ के सांसदों द्वारा केंद्र सरकार को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने इनकार कर दिया है और साथ ही मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की 'निवेश अनुकूल' पहलों के लिये उनकी तारीफ की है, जिससे कांग्रेस की केरल इकाई में असंतोष पनप रहा है.
शशि थरूर ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार किया जाना चाहिये. उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर भी साझा की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष एम. रामचंद्रन ने तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पार्टी अनुशासन सीखना चाहिये जबकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन ने कहा कि कांग्रेस थरूर के रुख पर विचार-विमर्श करेगी और फिर उचित निर्णय लिया जाएगा.
थरूर ने की विजयन की तारीफ
थरूर ने गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम में विजयन की तारीफ करते हुए कहा था कि वह एक प्रशासक के रूप में इस धारणा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं कि दक्षिण भारतीय राज्य केरल निवेश अनुकूल नहीं है. इससे कुछ दिन पहले उन्होंने केरल के उत्तरी और दक्षिणी छोरों को आपस में जोड़ने वाली करोड़ों रुपये के सिल्वर लाइन सेमी-हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ यूडीएफ सांसदों द्वारा तैयार पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था. सिल्वर लाइन सेमी-हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना केरल की वाम सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है.
पार्टी सिद्धांतों का पालन करें थरूर
रामचंद्रन ने कहा, 'थरूर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध व्यक्ति, लेखक या वक्ता हो सकते हैं. लेकिन, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सिद्धांतों और अनुशासन को सीखना होगा. यह सीखे बिना आगे बढ़ना ठीक नहीं.' हालांकि सतीशन ने सार्वजनिक रूप से थरूर की आलोचना नहीं की. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व उन परिस्थितियों की जांच करेगा, जिनके तहत सांसद ने सिल्वर लाइन परियोजना पर ऐसा रुख अपनाया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'पार्टी इस बात की जांच करेगी कि किस परिस्थिति में थरूर ने पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए जबकि अन्य सभी सांसद इस पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. और उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया. पार्टी इस संबंध में उचित निर्णय लेगी.'
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वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला थरूर के पक्ष में
हालांकि, वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला थरूर के समर्थन में सामने आए और कहा कि उन्होंने पार्टी के रुख के विपरीत कोई बयान नहीं दिया. इस बीच, थरूर ने विवाद को हवा देते हुए ट्वीट किया कि कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को दूर रखकर विकास के साथ आगे बढ़ना आवश्यक है. उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर साझा की.
थरूर का ट्वीट
उन्होंने कहा, 'केरल के विकास पर चर्चा करने में मजा आया मुख्यमंत्री पिनराई विजयन? कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को अलग रखकर विकास के साथ आगे बढ़ना आवश्यक है. हमारे राज्य के युवा उन अवसरों के पात्र हैं, जो वर्तमान आर्थिक स्थिति उन्हें प्रदान नहीं करती.'
(इनपुट- भाषा)
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