मुंबई:  महाराष्ट्र में 40,000 से अधिक चिकित्सकों ने पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत साथी चिकित्सकों के समर्थन में आईएमए द्वारा आहूत बंद का समर्थन करते हुए सोमवार को कार्य का बहिष्कार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न सरकारी एवं निजी अस्पतालों के डॉक्टर मुख्य रूप से ओपीडी (बाह्य मरीज विभाग) और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार कर रहे हैं.


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इससे पहले, भारतीय चिकित्सा संगठन (आईएमए) ने पश्चिम बंगाल में हाल ही में डॉक्टरों पर हुए हमले के मद्देनजर देश भर में सोमवार को हड़ताल करने का आह्वान किया था. आईएमए के एक अधिकारी ने बताया ''महाराष्ट्र में 40,000 से अधिक डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों ने पश्चिम बंगाल में अपने सहयोगियों का समर्थन करने का फैसला किया है जो अपने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.'' 


डॉक्टरों की हड़ताल से परेशान हुए मरीज, अस्पतालों के बाहर से ही लौटने को हैं मजबूर


उन्होंने बताया कि हालांकि, आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी और पहले से ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को सभी आवश्यक दवाएं मुहैया कराई जाएंगी. आईएमए महाराष्ट्र के मानद सचिव डॉ सुहास पिंगले ने पीटीआई-भाषा को बताया, ''हड़ताल के समर्थन में विभिन्न अस्पतालों में ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया है.'' कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो चिकित्सकों पर हमले की घटना के बाद से पश्चिम बंगाल में चिकित्सक 11 जून से हड़ताल पर हैं.


(इनपुटः भाषा)