नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. संकट के इस दौर में जहां एक तरफ लोग गरीब और जरूरतमंदों को खाना मुहैया करा रहे हैं वहीं सड़क पर दिल्ली सरकार ने बेघर लोगों को घर देने का काम किया है. सरकार ने सड़कों पर आशियाना बनाकर रह रहे दिहाड़ी मजदूरों को शेल्टर होम में शिफ्ट किया है. इस दौरान उनके खाने और रहने की व्यवस्था दिल्ली सरकार ने की है. लॉकडाउन की शुरुआत से ही सरकार इस काम में जुटी हुई थी. लेकिन अब लोगो को अपने घर वापसी की चिंता सताने लगी है.


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बताते चलें कि केजरीवाल सरकार ने स्कूलों में इन शेल्टर होम को बनाया है. ऐसे में इन लोगों के रहने की क्या व्यवस्था है ये देखने हम दिल्ली के एक शेल्टर में आए हैं. लोगों से बात करने पर ज्यादातर ने बताया कि उन्हें खाने और रहने की पूरी सुविधा दी जा रही है, बच्चों के लिए दूध दिया जा रहा है, लेकिन फिर भी उन्हें घर जाना है अपने परिवार से मिलना है. (कुछ VP अलग से भी हैं, लोग कह रहे हैं कि पता नही कब लोकडाउन खुलेगा तो हम घर जाएंगे).


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जीजीबाई स्कूल की प्रिंसिपल अनुराधा सक्सेना बताती हैं कि शेल्टर होम में रहने आए लोग शुरू में बहुत परेशान कर रहे थे. लेकिन रोजना मनोवैज्ञानिक गाइडेन्स के बाद अब हालात काबू में हैं. उन्होंने बताया कि रोज सुबह इनकी स्क्रीनिंग की जाती है. इसके अलावा शेल्टर में दवाइयों की भी पूरी सुविधा दी गई है. 


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