नई दिल्ली:  प्रख्यात लेखक खुशवंत सिंह के निधन के चार वर्ष बाद एक नई किताब आई है जिसमें उनके गृह राज्य पंजाब और उसके लोगों पर उनकी बेहतरीन लेखों को संकलित किया गया है.  ‘पंजाब, पंजाबीज एडं पंजाबियत: रिफ्लेक्शन्स ऑन ए लैंड एडं इट्स पीपुल’ शीर्षक वाली यह किताब पांच नदियों वाले उस राज्य के गठन, उसका भूगोल, उसका इतिहास और विभाजन के समय की मुश्किलों की व्यापक तस्वीर पेश करती है जिन्हें खुशवंत ने अपने अनुभव से लिखा था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किताब की संपादक माला दयाल हैं और इसे प्रकाशित किया है एल्फ ने. माया कहतीं हैं,‘ये सब हमें उस पंजाब और पंजाबियत की झलक दिखाती हैं जैसे वह उसे देखते थे.’ माला खुशवंत सिंह की बेटी हैं. वे कहती हैं,‘इस किताब में संकलित लेख पंजाब, उसकी जमीन, लोग, इतिहास, धर्म, संस्कृति, साहित्य और कला पर मेरे पिता के सर्वश्रेष्ठ लेख हैं.’


दयाल किताब में कहती हैं,‘मेरे पिता ने पंजाब में राजनीतिक स्थिति को करीब से देखा था, खालिस्तान मूवमेंट को बढ़ते हुए और भिंडरांवाला के बढ़ते प्रभाव को देखा था.’ वह कहती हैं,‘स्वर्ण मंदिर में सेना के प्रवेश से वह इतने आहत थे कि उन्होंने पद्म भूषण पुरस्कार लौटा दिया था.’


खुशवंत सिंह का जन्म 15 अगस्त 1915 को अविभाजित पंजाब के हदाली में हुआ था.


(इनपुट - भाषा)