नई दिल्‍ली : जम्मू और कश्‍मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद देशभर के अलग-अलग हिस्सों से कश्मीरी छात्रों पर हमले का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कश्मीरी छात्रों पर हमले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. वरिष्ठ वकील कोलिन गोंजाल्विस ने याचिका दायर कर कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा. दरअसल, पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को गाइडलाइन जारी की थी.


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गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कश्मीरी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा था. कश्मीरियों पर हमले की खबरें सामने आने के बाद कश्मीर में बंद का ऐलान किया गया था. गृह मंत्रालय ने कहा था कि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों और छात्रों को धमकी और परेशान करने की रिपोर्ट्स सामने आई हैं.


पुलवामा में 14 फरवरी को हुआ था हमला. फाइल फोटो

ऐसे में गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि उनकी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं. वहीं जम्मू में दर्जनों वाहनों को आग लगा दी गई थी. शहर में तीसरे दिन लगातार कर्फ्यू लगा हुआ था. देहरादून में किराये के घरों में रह रहे कुछ कश्मीरी छात्रों ने बताया था कि उनके मकान मालिकों ने उनसे घर खाली करने के लिए कहा है, जो कि उनकी संपत्ति पर हमले से डर रहे हैं.


पीठ ने मामले को सुनवाई के लिए बृहस्पतिवार को सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया, लेकिन इस पर विचार के लिए इसे शुक्रवार को सूचीबद्ध करने का भरोसा दिलाया. याचिका में आरोप लगाया गया कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर घाटी के छात्रों पर देशभर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में हमला किया जा रहा है और संबंधित प्राधिकारियों को इस प्रकार के हमले रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए. पुलवामा में 14 फरवरी को हुए जैश-ए-मोहम्मद के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.