Terror Attack on Village Guard: दहशत फैलाने के इरादे से आतंकियों ने एक बार फिर राजौरी में आज सुबह हमला किया, इस बार आतंकियों ने शौर्य चक्र से सम्मानित विलेज डिफेंस गार्ड पुरुषोत्तम लाल के घर पर हमला किया. आतंकियों की कोशिश थी कि विलेज गार्ड की हत्या कर वो ऐसा खौफ भर दें की उनके खिलाफ कोई सिर उठाने की हिम्मत ना कर सके, लेकिन सेना के जवाबी हमले से उनके इरादे चकनाचूर हो गए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विलेज गार्ड पर क्यों किया हमला


सीमा पार से आए आतंकियों का सिर्फ एक ही मकसद होता है कि वो किसी भी तरह से यहां दहशत फैला सके, किसी भी तरह से यहां डर और खौफ का माहौल बना सकें, किसी भी तरह से यहां की शांति को भंग कर सकें. लेकिन इसमें कामयाब ना हो पाने पर उन्होंने एक बार फिर कायराना हरकत को अंजाम दिया.


सुरक्षाबलों ने कर दिया नाकाम


आतंकियों ने राजौरी में फिर अटैक किया, ये हमला सुबह करीब 3 बजे राजौरी के गुंधा इलाके में शौर्य चक्र से सम्मानित VDC सदस्य पुरुषोत्तम लाल के घर पर किया गया. इस हमले में VDC पुरुषोत्तम लाल के चाचा के घायल होने की खबर है. आतंकियों की कोशिश थी की किसी तरह पुरुषोत्तम लाल को खत्म करके पूरे इलाके में दहशत फैलाई जाए. लेकिन सुरक्षाबल के बुलंद हौंसलों ने इस हमले को नाकाम कर दिया.


अतिरिक्त टुकड़ियां भी मौके पर पहुंची


VDG पुरुषोत्तम लाल के घर के बाहर सुरक्षा में मौजूद सेना के जवानों ने आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक आतंकी मारा गया, जबकि सेना का एक जवान भी घायल हो गया. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान आतंकियों ने सेना के कैंप पर ग्रैनेड से भी हमला किया. जिसके बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. घटना की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां भी मौके पर पहुंची. 


शौर्य चक्र से हो चुके हैं सम्मानित


VDC जिसे VDG यानी विलेज डिफेंस गार्ड भी कहा जाता है, वो भी ठीक सुरक्षाबल की तरह ही आतंकियों से लौहा लेते आए हैं. VDG पुरुषोत्तम लाल ने भी कुछ महीने पहले ही एक आतंकी को ढेर किया था, जिसके बाद बहादुरी के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित भी किया गया था. बताया जा रहा है कि इसी का बदला लेने के लिए आतंकियों ने ये अटैक किया था.


घबराए हुए हैं आतंकी


VDG का गठन साल 1995 में किया गया था और इनके ऊपर गांव और पहाड़ी इलाकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. ये गार्ड भी ठीक सेना और पुलिस के जवानों की तरह ही सुरक्षा के साथ आतंकियों का सफाया करते हैं. वहीं जानकारों का मानना है कि VDG को निशाना बनाना आतंकियों की घबराहट का नतीजा है.


जम्मू में हो चुके हैं 7 हमले


पिछले कुछ दिनों में आतंकियों ने जम्मू रीजन में एक के बाद एक 7 आतंकी हमले किए, जिसमें 12 जवान शहीद हुए. वहीं कई आतंकियों को भी ढेर किया गया. लेकिन इस बार आतंकियों ने सेना का साथ देने वाले विलेज डिफेंस गार्ड को निशाना बनाया है. ताकि इन गार्डों के बीच में दहशत फैल जाए और वो आतंक के खिलाफ अपनी गतिविधियों को रोक दें.