नई दिल्ली: कांग्रेस ने त्रिपुरा (Tripura) में बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) के  एक सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा जानबूझकर सांप्रदायिक घृणा को भड़काने का आरोप लगाया है. पार्टी ने राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. दरअसल राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) द्वारा त्रिपुरा के उत्तरी जिले में हुई हालिया हिंसा के संबंध में रिपोर्ट मांगने के बाद कांग्रेस ने भी इस मामले में वीएचपी पर आरोप लगाए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फिलहाल एनएचआरसी ने त्रिपुरा के मुख्य सचिव, पुलिस विभाग के डीजीपी और राज्य मानवाधिकार आयोग के सचिव से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले की शिकायत पर अपनी बात रखने को कहा है.


विपक्षी दलों की थी शिकायत


तृणमूल कांग्रेस (TMC) और अन्य विपक्षी दलों की शिकायत के मुताबिक, VHP ने उत्तरी त्रिपुरा के एक क्षेत्र में रैली निकाली थी. रैली को अंजाम देने वाली भीड़ ने अल्पसंख्यक समुदाय के साथ तोड़-फोड़ की और दुकानों को जला दिया था. आरोप है कि मशीनरी ने दंगा करने वाली भीड़ का साथ देकर एक बाईस्टैंडर की तरह काम किया. इसके बाद दावा किया गया कि ऐसी घटनाओं के बाद एक समुदाय के सदस्यों में अत्यधिक डर का माहौल है.


ये भी पढ़ें- UP Assembly Poll: महिला आरक्षण को लेकर कांग्रेस में असमंजस, टिकट बंटवारे पर प्रियंका ने कही थी ये बात


शिकायतकर्ता और विपक्षी दलों ने इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. वहीं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. वहीं इससे पहले राज्य में लगातार हो रहे विवाद को लेकर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने त्रिपुरा मस्जिद में तोड़फोड़ के मामले में ट्वीट करते हुए कई आरोप लगाए थे.


अफवाह नहीं फैलाने की अपील


दूसरी ओर उत्तर त्रिपुरा जिले के पानीसागर उपमंडल के चमटीला में विश्व हिंदू परिषद की एक रैली के दौरान एक मस्जिद में तोड़फोड़ की घटना के दो दिनों बाद त्रिपुरा पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि घटना के बारे में अफवाह व फर्जी तस्वीरें नहीं फैलाएं. साथ ही पुलिस ने कहा कि किसी भी मस्जिद में आग नहीं लगाई गई जैसा कि सोशल मीडिया में फर्जी तस्वीरें पोस्ट की जा रही हैं.


ये भी पढ़ें-मंदिर में जूते पहनकर अपलोड किया था वीडियो, विरोध के बाद हुआ ऐसा हाल


इसके साथ ही त्रिपुरा पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर पर कहा है कि अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह सामान्य है. पानीसागर में विरोध-प्रदर्शन के दौरान कोई मस्जिद नहीं जलाई गई और मस्जिद जलाने या क्षतिग्रस्त करने की तस्वीरें फर्जी हैं.


बांग्लादेश की हिंसा का विरोध


त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक वी. एस. यादव ने कहा, ह्यकुछ निहित स्वार्थ के लोग त्रिपुरा में शांतिपूर्ण सांप्रदायिक स्थिति को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. हम हर नागरिक से अपील करते हैं कि कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने में मदद करें.


इससे पहले बांग्लादेश में हाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद द्वारा मंगलवार को निकाली गई थी. इस रैली के दौरान चमटीला में एक मस्जिद में तोड़फोड़ की गई और दो दुकानों में आग लगा दी गई. जिसके बाद वहां हालात तनावपूर्ण बन गए थे.


(एजेंसी इनपुट के साथ)