Migrant Killed in Kashmir: जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का दौर फिर लौट आया है. 24 घंटे में दो लोगों को गोली मार दी गई, जिसमें एक की मौत हो गई. इन घटनाओं से घाटी में दहशत फैल गई है. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने गोली मारकर उत्तर प्रदेश के एक मजदूर की हत्या कर दी.


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उत्तर प्रदेश के रहने वाले मुकेश सिंह को दोपहर करीब 12 बजकर 45 मिनट पर पुलवामा जिले के राजपोरा इलाके में गोली मारी गई. इससे पहले श्रीनगर के ईदगाह इलाके में आतंकवादियों ने एक पुलिस अधिकारी को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी को उस वक्त तीन गोली मारी गईं जब वह ईदगाह मैदान में स्थानीय लोगों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे.


साल 2022 में 26 लोगों की टारगेट किलिंग्स


अगर बात साल 2022 की करें तो 26 लोगों को आतंकवादियों ने जान से मार डाला था. जबकि एनकाउंटर और आतंकरोधी ऑपरेशन्स में 5 लोग मारे गए थे.  साल 2023 में 31 जुलाई तक 10 लोग आतंकी हमलों में जान गंवा चुके हैं. वहीं साल 2021 में 37 लोग आतंकियों के हाथों मारे गए थे, वहीं एनकाउंटर्स में 4 लोगों की मौत हो गई थी.  


टारगेट किलिंग्स की इन घटनाओं पर जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने सोमवार को कहा कि खतरा अभी भी बरकरार है और क्रिकेट खेलते समय एक पुलिस अधिकारी पर हमले जैसी घटनाओं को लेकर सतर्क और सावधान रहना होगा. डीजीपी सिंह ने कहा, हम ऐसी घटनाओं को हल्के में नहीं ले सकते. हमें सावधान रहना होगा. मैं प्रार्थना करता हूं कि वानी जल्द ठीक हो जाएं. 


DGP बोले- रहना होगा अलर्ट


सिंह ने कहा, 'हमारे एक अधिकारी लोगों के साथ घुलने मिलने, क्रिकेट खेलने गए थे. वह अधिकारियों की एक टीम के साथ क्रिकेट मैदान में खेल रहे थे. उन्हें (राष्ट्र-विरोधी तत्वों) गोली मार दी. वह घायल हैं और ठीक हो रहे हैं, वह अस्पताल में हैं.


जब पूछा गया कि क्या पाकिस्तान चुनावों के मद्देनजर माहौल को खराब करने की कोशिश करेगा तो सिंह ने पाक का नाम लिए बिना कहा कि पड़ोसी देश ने हमेशा जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश की है. चुनाव हों या न हों, वह (पाकिस्तान) यहां आतंकवाद बनाए रखने के लिए शांति भंग करने की कोशिश करता रहा है, लेकिन हमारे सुरक्षाबल इसे नाकाम करने में सफल रहे हैं.