जब न्याय के लिए अफसरों के कदमों में लिपट गई 80 साल की महिला, लेकिन 'बाबू साहब' को नहीं आई दया
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जब न्याय के लिए अफसरों के कदमों में लिपट गई 80 साल की महिला, लेकिन 'बाबू साहब' को नहीं आई दया

महिला का आरोप है कि उनकी जमीन पर चेयरमैन ने नायाब तहसीलदार के साथ मिलकर कब्जा कर लिया है. 

न्याय की मांग करने आई बुजुर्ग महिला निराश होकर वापस लौटना पड़ा.

नई दिल्ली/मथुरा: योगी सरकार भले ही समय समय पर अपने अधिकारियों को आम जनता के बीच भेजकर उनकी समस्या सुनकर उनका समाधान करने के लाख दावे करती हो. लेकिन, अधिकारी योगी सरकार के दावों को कैसे पलीता लगा रहे है. इसकी एक बानगी मथुरा में देखने को मिली, जब 80 साल की एक बुजुर्ग महिला अधिकारी से न्याय की गुहार लगाने के लिए उनके पैरों में लेट गईं. लेकिन, अफसर ने बुजुर्ग महिला की न तो पूरी बात सुनी और न ही कोई आश्वासन दिया. न्याय की मांग करने आई बुजुर्ग महिला निराश होकर वापस लौटना पड़ा. 

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पूरा मामला मथुरा के गोवेर्धन का है. जहां, आगरा मंडल के कमिश्नर अनिल कुमार तृतीय और मथुरा के डीएम सर्वज्ञ राम मिश्रा के साथ गोवेर्धन परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया और अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक ली. जानकारी के मुताबिक, मीटिंग के बाद अपनी फरियाद लेकर कस्बा सौंख निवासी 80 साल की इंद्रा देवी पहुंचीं और कमिश्नर से न्याय के लिए गुहार लगाने लगी. 

महिला का कहना है कि कमिश्नर ने उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इसके बाद वह कमिश्नर के पैरों में लेट गईं और गुहार लगाते हुए कहा कि उनकी जमीन पर चेयरमैन ने नायाब तहसीलदार के साथ मिलकर कब्जा कर लिया है. लेकिन अधिकारियों ने बुजुर्ग महिला की समस्या सुनना भी जरूरी नहीं समझा. 

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महिला का आरोप है कि कई बार उन्होंने नायब तहसीलदार और एसडीएम से इसकी शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसी मामले में सोमवार (10 सितंबर) को वो कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाने के लिए आई थीं. लेकिन कोई हल नहीं निकला. 

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