उत्तराखंड के पनपतिया ग्लेशियर में 9 ट्रैकर्स फंसे हुए हैं. SDRF की टीम उन्हें बचाने में जुटी हुई है.
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देहरादून: पश्चिम बंगाल से आए 9 ट्रैकर रूद्रप्रयाग के पनपतिया ग्लेशियर में फंस गए हैं. सभी ट्रैकर भारतीय रेलवे के कर्मचारी बताए जा रहे हैं. ट्रैकर्स के साथ 12 पोर्टर और 2 गाइड भी शामिल हैं. सभी लोग 5 जून को चमोली के लामबगड़ खीरों नदी से पैदल ट्रैकिंग करते हुए पनपतिया ग्लेशियर में फंस गए. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रैकिंग के दौरान एक ट्रैकर की मौत भी हो गई है. बाकी ट्रैकर्स सजल सरोवर के पास रुके हुए हैं. ट्रैकर्स के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम बचाव काम में जुट गई है. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एक टीम का गठन किया है और फंसे हुए ट्रैकर्स को बचाने की तैयारी की जा रही है.
बचाव दल मदमहेश्वर पहुंच चुकी है
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, बचाव दल मदमहेश्वर के लिए रवाना हो चुकी है. ट्रैकर्स को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से भी बचाव अभियान चलाया जा रहा है. बचाव दल के एक दस्ते को हेलीकॉप्टर की मदद से बूढ़ा मदमहेश्वर उतारा गया है. बचाव दल उस जगह पर पहुंच चुका है, जहां ट्रैकर्स फंसे हुए हैं. मंगलवार रात से ही ट्रैकर्स को बचाने का अभियान जारी है.
SDRF की टीम को हेलीकॉप्टर की मदद से पंपतिया उतारा गया
ट्रैकर्स को बचाने के लिए SDRF की टीम को भी लगाया गया है. SDRF की 16 सदस्यीय टीम को गुप्तकाशी हेलीपैड से हेलीकॉप्टर की मदद से पंपतिया ग्लेशियर के पास उतारा गया है. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रैकर्स से संपर्क नहीं हो पा रहा है जिसकी वजह से बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही हैं. बचाव दल में उन जवानों को भी शामिल किया गया है, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है. बचाव अभियान पर SDRF के आईजी संजय गुंज्लाय खुद नजर बनाए हुए हैं.