आगरा नगर निगम के 3 साल के कार्यकाल को BSP पार्षद नहीं मानते सफल, लगाए गंभीर आरोप
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आगरा नगर निगम के 3 साल के कार्यकाल को BSP पार्षद नहीं मानते सफल, लगाए गंभीर आरोप

बसपा पार्षदों ने 3 साल के कार्यकाल की सफलता को नकारते हुए बताया है कि शहर में नाली, खरंजों में साफ-सफाई देखने को नहीं मिल रही. हर जगह गंदगी दिख रही है और सीवर उफन रहे हैं. 

आगरा नगर निगम के 3 साल के कार्यकाल को BSP पार्षद नहीं मानते सफल, लगाए गंभीर आरोप

आगरा: उत्तर प्रदेश में आगरा नगर निगम सदन के तीन साल बेमिसाल कार्यक्रम का बहुजन समाज पार्टी (BSP) पार्षदों ने बहिष्कार किया है. बसपा पार्षदों का कहना है कि आगरा मेयर जिस विकास की बात करते हैं वह शहर के कुछ वॉर्ड तक ही सीमित है. कमला नगर तक विकास सिमट चुका है. इसलिए वह 3 साल के कार्यकाल को सफल नहीं मानते.

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बसपा पार्षदों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
बसपा पार्षदों ने 3 साल के कार्यकाल की सफलता को नकारते हुए बताया है कि शहर में नाली, खरंजों में साफ-सफाई देखने को नहीं मिल रही. हर जगह गंदगी दिख रही है और सीवर उफन रहे हैं. उनका कहना है कि केवल भाजपा पार्षदों के वॉर्ड में काम देखने को मिल रहा है. पार्षदों का यह भी आरोप है कि पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार आगरा नगर निगम में हुआ है. आगरा मेयर पर उंगली उठाते हुए पार्षदों का कहना है कि, 'पैसे का रोना रोने वाले मेयर भाजपा पार्षदों के वॉर्डों में हर रोज उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं.'

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राजधानी में भी नगर निगम के तीन साल पूरे
राजधानी लखनऊ की पहली महिला महापौर संयुक्ता भाटिया और पार्षदों के कार्यकाल के तीन साल भी आज पूरे हो गए हैं. हालांकि तीसरे साल में कोरोना के कारण ज्यादा उपलब्धियां नहीं मिलीं. लेकिन दो करोड़ के बॉन्ड जारी कर नगर निगम ने उत्तर भारत में कीर्तिमान बनाया है. इसके अलावा, स्वच्छता रेटिंग में 115वी रैंक से सीधा 12वें स्थान पर आना भी बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.

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