चित्रकूट सामूहिक विवाह में बोले DM, "मेरी बेटियों को नहीं होनी चाहिए कोई तकलीफ"
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand805054

चित्रकूट सामूहिक विवाह में बोले DM, "मेरी बेटियों को नहीं होनी चाहिए कोई तकलीफ"

जिलाधिकारी ने इस बात से बेटियों के ससुराल वालों को ये साफ संदेश दिया कि डीएम की बेटियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

चित्रकूट सामूहिक विवाह में बोले DM, "मेरी बेटियों को नहीं होनी चाहिए कोई तकलीफ"

ओंकार सिंह/चित्रकूट: बच्चों की शादी के लिए गरीब परिवारों को कर्ज न लेना पड़े और दहेज प्रताड़ना न झेलनी पड़े, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बेहतरीन काम कर रही है. सरकार ने ऐसे लोगों की समस्या को काफी कम कर दिया है. इन सामूहिक शादी समारोह में दुल्हन के घरवालों की मदद के साथ ही खान-पान की व्यवस्था सरकार करती है. इतना ही नहीं, आलाधिकारियों के साथ जिले के प्रतिनिध और मंत्री भी इन शादियों में शिरकत कर गवाह बनते हैं और वर-वधु को आशीर्वाद देते हैं.

ये भी पढ़ें: CM योगी आज करेंगे कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण, जानिए क्या है खासियत?

65 जोड़े का सामूहिक विवाह संपन्न
सामूहिक विवाह समारोह के तहत 11 दिसंबर को चित्रकूट जिले में 65 जोड़ों की शादी कराई गई. कोविड-19 की गाइडलाइन को देखते हुए जिले के पांचों ब्लॉकों में जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ. सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई और नवविवाहितों और मेहमानों की खातिरदारी की. साथ ही, उसके बाद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने नए जोड़ों को आशीर्वाद दिया.

'मेरी बेटियों को नहीं होनी चाहिए कोई तकलीफ'
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत चित्रकूट सदर ब्लॉक में भी 15 जोड़ों का विवाह किया गया. यहां जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय खुद मौजूद रहे. इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय और सांसद आरके सिंह पटेल भी थे. डीएम ने सरकार की मंशानुरूप बड़े धूम-धाम से इस कार्यक्रम को कराया और उन्होंने एक बात बहुत ही गंभीरता और गौरव के साथ कही कि, "ये बेटियां जिलाधिकारी की बेटियां हैं. इनको कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए."

ये भी पढ़ें: जल्द मिलेगा UP को बड़े स्तर पर उद्योग, 2041 के मास्टर प्लान के लिए 12 कंपनियों ने दिखाया इंटरेस्ट

ससुराल वालों को दिया साफ संदेश
जिलाधिकारी ने इस बात से जहां बेटियों के ससुराल वालों को ये साफ संदेश दिया कि डीएम की बेटियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, सरकारी नुमाइंदों को ताकीद किया कि सरकार की तरफ से चलाई जा रही सभी योजनाओं का लाभ इन बेटियों को और इनके परिवारों को दिया जाना चाहिए. उन्होंने स्वच्छ शौचालय से लेकर पढ़े बेटियां बढ़े बेटियां, आदि योजनाओं का लाभ इनको दिए जाने की भी घोषणा की है.

'गरीबों के लिए वरदान है यह योजना'
यूपी सरकार के  PWD राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान है. बेटियों की शादी प्रत्येक परिवार की बड़ी जिम्मेदारी होती है जिसको सरकार ने खुद उठा लिया है. बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से सांसद आर के सिंह पटेल ने नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया और कहा, "अब हमारी सरकार ने बेटियों के सामूहिक विवाह की योजना के तहत गरीब परिवारों को बड़ी राहत प्रदान की है. अब किसी गरीब पिता को बेटी की शादी के लिए किसी से कर्ज लेने की आवश्यकता नहीं है.

ये भी पढ़ें: पुलिस भर्ती 2018 को लेकर हाई कोर्ट का आदेश, लंबाई का संदेह दूर हो, दूसरे जिले में मेडिकल बोर्ड को न

सांसद ने नव विवाहित जोड़ों से नशे से दूर रहने की अपील की है. उन्होंने गुटखा, तंबाकू समेत सभी तरह के नशीले पदार्थों से मुक्त रहने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए खंड विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी नीलम सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी रही और सभी ने दूल्हा-दुल्हन को गिफ्ट दिए.

WATCH LIVE TV

Trending news