अखिलेश यादव को रोके जाने पर UP में मचा बवाल, शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर
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अखिलेश यादव को रोके जाने पर UP में मचा बवाल, शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर

मायावती ने ट्वीट किया कि अखिलेश को इलाहाबाद नहीं जाने देने की घटना अति—निंदनीय और बीजेपी सरकार की तानाशाही तथा लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक है.

फाइल फोटो

लखनऊ: सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मंगलवार को हवाई अड्डे पर इलाहाबाद जाने से रोके जाने को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया. इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कानून व्यवस्था खराब होने की आशंका में हवाई अड्डे पर विमान पर चढ़ने से रोक दिया गया. 

प्रदेश के सियासी माहौल को गर्म करने देने वाले इस घटनाक्रम में पार्टी अध्यक्ष को इलाहाबाद जाने से रोकने के विरोध में सपा विधायकों और विधान परिषद सदस्यों ने राजभवन के गेट पर धरना शुरू कर दिया. हालांकि राज्यपाल द्वारा कल पूर्वाह्न 10 बजे का समय दिये जाने पर धरना खत्म कर दिया गया. वहीं, इलाहाबाद के बालसन चौराहे पर सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गयी. इस दौरान सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव जख्मी हो गये. सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की. जवाब में पुलिस ने लाठियां चलायीं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचने पर वहां पहले से ही छात्रगुटों में चल रही तनातनी के और भड़कने की आशंका थी. इसी वजह से उन्हें रोका गया. बसपा अध्यक्ष मायावती ने गठबंधन के अपने सहयोगी सपा प्रमुख अखिलेश यादव को इलाहाबाद जाते वक्त लखनऊ हवाई अड्डे पर रोके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की.

मायावती ने ट्वीट किया कि अखिलेश को इलाहाबाद नहीं जाने देने की घटना अति—निंदनीय और बीजेपी सरकार की तानाशाही तथा लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक है. क्या बीजेपी की केन्द्र और राज्य सरकार बसपा—सपा गठबंधन से इतनी ज्यादा भयभीत और बौखला गयी है कि उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधि तथा पार्टी कार्यक्रम आदि करने पर भी रोक लगाने पर तुल गयी है.ऐसी अलोकतांत्रिक कार्रवाईयों का डटकर मुकाबला किया जाएगा.

अखिलेश ने पूरे मामले के लिये राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उसकी नीयत पर शक जाहिर किया. उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में सपा समर्थित उम्मीदवार के हाथों हार से बौखलायी योगी आदित्यनाथ सरकार ने पुलिस प्रशासन की मदद से ना सिर्फ उनके घर की रेकी की, बल्कि प्रतिबंध के बावजूद राज्य के अधिकारियों ने हवाई अड्डे के अंदर घुसकर उन्हें विमान पर चढ़ने से रोक दिया. इसमें केन्द्र सरकार की भी मिलीभगत नजर आती है.

दूसरी ओर, राज्य सरकार के प्रवक्ता स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम को सुर्खियां बटोरने की सपा प्रमुख की कोशिश मात्र करार देते हुए कहा कि अखिलेश पूरे घटनाक्रम पर झूठ का सहारा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तय किया था कि किसी भी राजनेता, राजनीतिक कार्यकर्ता और राजनीतिक पार्टियों से संबंधित व्यक्तियों को उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह जानकारी जिलाधिकारी प्रयागराज की ओर से अखिलेश को दी गयी थी. सिंह ने यह भी कहा कि अखिलेश विश्वविद्यालय परिसर में हाल में हुई बमबाजी के मामले में भी झूठ बोल रहे हैं. इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई हुई और 15—16 लोग गिरफ्तार किये गये.

(इनपुट भाषा से)

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