एएमयू छात्रों की ओर से मानव श्रृखंला बनाकर विरोध प्रर्दशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 'एएमयू की धरती पर कब्र खोदने की' नारेबाजी की गई.
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अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र-छात्राओं ने नागरिकता संशोधन कानून, प्रस्तावित एनआरसी और जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा के विरोध में गुरुवार को मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने आर्ट फैकल्टी से बाबे सैयद गेट तक एबीवीपी, पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
एएमयू के छात्र-छात्राओं ने नागरिकता संशोधन कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को केंद्र सरकार द्वारा वापस नहीं लिए जाने तक धरना और विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी देते हुए राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
एएमयू छात्रों की ओर से मानव श्रृखंला बनाकर विरोध प्रर्दशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 'एएमयू की धरती पर कब्र खोदने की' नारेबाजी की गई. छात्र नारा लगा रहे थे,
'मोदी-योगी की कब्र खुदेगी एएमयू की धरती पर'. अलीगढ़ सिविल लाइन सीओ अनिल समानिया ने बताया कि सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ हुई नारेबाजी के मामले में पुलिस ने एएमयू के 25 से 30 अज्ञात छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए के तहत एफआईआर दर्ज की है.
गौरतलब है कि एएमयू दिसंबर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान हुई हिंसा के बाद से बंद है.
विश्वविद्यालय को आगामी 13 जनवरी से खोला जाना है. इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एडमिन ब्लॉक के आसपास 100 मीटर के दायरे में विरोध प्रदर्शन और धरने पर प्रतिबंध लगाने के इलाहाबाद हाईकोट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में दी गई है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में इलाहाबाद हाईकोर्ट के इस फैसले पर रोक लगाने की मांग गई है.सुप्रीम कोट ने याचिकाकर्ता को इस फैसले के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में ही रिव्यू पिटीशन डालने के लिए कहा है.