फर्रूखाबाद बंधक कांड: 11 साल की अंजलि की बहादुरी को सलाम, अपराधी से ऐसे बचाई बच्चों की जान
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फर्रूखाबाद बंधक कांड: 11 साल की अंजलि की बहादुरी को सलाम, अपराधी से ऐसे बचाई बच्चों की जान

18 घंटों के ऑपरेशन के बाद करथिया में सुभाष बाथम के कब्जे से बच्चों को सही सलामत निकालने का श्रेय एक 11 साल की बच्ची अंजलि को जाता है. 

अंजलि ने बचाई बच्चों की जान

फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद बंधक कांड के अपराधी सुभाष का अंत हो गया है. 18 घंटों के ऑपरेशन के बाद करथिया में सुभाष बाथम के कब्जे से बच्चों को सही सलामत निकालने का श्रेय एक 11 साल की बच्ची अंजलि को जाता है. अंजलि ने अपने बुलंद हौसलों से सुभाष के इरादों को नाकाम कर दिया. आपको बता दें कि अंजलि बाथम द्वारा बंधक बनाई गई थी.

बताया जा रहा है कि जिस तहखाने में अंजलि को रखा गया था, उसी तहखाने में बारूद रखा हुआ था. रात में जब सुभाष एक 7 महीने के बच्चे को उसके परिवार को सौंपने के लिए घर के पीछे गया. वैसे ही अंजलि ने उस तहखाने को बंद कर दिया. जिससे सुभाष के हाथ से बारुद कारतूस और बंदूक नहीं पहुंच पाई. अंजलि ने सूझबूझ दिखाते हुए ना सिर्फ सिलिंडर बम का तार निकाला. बल्कि अपने साथ तहखाने में मौजूद छोटे बच्चों को भी संभाले रखा, ताकि वे रोएं नहीं. सुभाष ने रोने-चिल्लाने पर बच्चों को जान से मारने की धमकी दी थी.

11 साल की मासूम ने अपने हौसलों से वीरता का परिचय दिया है. इसीलिए अंजलि को लोग सम्मानित कर रहे हैं, साथ ही विधायक नागेंद्र सिंह ने इस बेटी का नाम मुख्यमंत्री के पास ले जाने का बीड़ा उठाया है. उनका कहना है कि हम इस बेटी को जो सुविधाएं हो सकेंगे मुहैया कराएंगे.

भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह का कहना है कि इस ऑपरेशन में 23 बच्चों की जान साथ ही पुलिस और अधिकारियों की जान बचाने का पूरा श्रेय अंजलि को जाता है, अगर इस बच्ची ने कमरे की कुंडी नहीं लगाई होती तो, अपराधी सुभाष उस बारूद को विस्फोट कर देता और उस एरिया के 50 मीटर की चीजें पूरी तरह बर्बाद हो जाती. लेकिन अंजलि ने अपनी जान की फिक्र किए बिना बहादुरी दिखाकर बच्चों को बचा लिया.

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