पब्लिक रोड से अवैध धार्मिक स्थल हटाने वाला पहला जिला बना बाराबंकी, सरकार ने दिए थे आदेश
शासन के आए आदेश के बाद बाराबंकी जिला प्रशासन एक्शन में आ गया और हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने की शुरुआत करने वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है.
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर बने अवैध धार्मिक स्थल हटाने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार एक्शन में आ गई है. यूपी के बाराबंकी जिले से इसकी शुरुआत भी हो गई है. यहां जिला प्रशासन ने सड़क के बीचो-बीच बनी एक मजार और पकरिया के पेड़ को हटवा दिया है. आपसी सहमति के बाद आधी रात को यह एक्शन लिया गया. मजार को अब दूसरी जगह स्थापित किया जाएगा.
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मजार को ईदगाह के पास किया जाएगा शिफ्ट
उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक सड़कों पर 31 दिसंबर 2010 के बाद से बने हुए धार्मिक निर्माण को हटाने का हाईकोर्ट ने आदेश दिया है. दरअसल, सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में अवैध धार्मिक स्थलों की संख्या पिछले 10 साल में काफी बढ़ गई है. इन अवैध धार्मिक स्थलों को अब योगी सरकार ने हटाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. जनवरी 2011 से सड़क किनारे बने धार्मिक स्थलों को हटाने के निर्देश शासन की ओर से दिए गए हैं. इन धार्मिक स्थलों को निजी स्थानों पर शिफ्ट कराया जाएगा. हाईकोर्ट के आदेश के बाद गृह विभाग की ओर से सभी जिलों के आलाधिकारियों को ये निर्देश दिए गए थे. आदेश के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण होने पर संबंधित जिला अधिकारी को ही दोषी माना जाएगा. इसी क्रम में बाराबंकी जिला प्रशासन ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
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प्रशासन ने स्थानीय लोगों की सहमति से हटाई मजार
शासन के आए आदेश के बाद बाराबंकी जिला प्रशासन एक्शन में आ गया और हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने की शुरुआत करने वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है. यहां सड़क किनारे बने मंदिर-मस्जिद और मजार को हटाए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. बाराबंकी जिले की तहसील फतेहपुर शहर के बीचो-बीच बनी पकरिया के पेड़ वाली मजार को प्रशासन ने आधी रात को रास्ते से हटा दिया है. मजार को अब ईदगाह के पास विस्थापित किया जाएगा. प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक करके सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है. इसके अलावा भी जिले के तमाम धार्मिक स्थल जो सार्वजनिक स्थानों पर बने हैं, उनकी भी नाप-जोख का काम शुरू करा दिया गया है.
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