भजन सम्राट विनोद अग्रवाल मथुरा के नयति अस्पताल में मंगलवार (05 नवंबर) को सुबह 4 बजे अंतिम सांस ली.
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मथुरा: अपने भजनों से लोगों के दिलों पर राज करने वाले मशहूर भजन गायक विनोद अग्रवाल नहीं रहे. भजन सम्राट विनोद अग्रवाल मथुरा के नयति अस्पताल में मंगलवार (06 नवंबर) को सुबह 4 बजे अंतिम सांस ली. भजन सम्राट विनोद अग्रवाल के सीने में दर्द की शिकायत होने के बाद उन्हें मथुरा के नयति मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो दिनों से वो अस्पताल में भर्ती थे.
डॉक्टर्स के मुताबिक, सीने में दर्द की शिकायत के बाद पिछले दो दिनों से वो अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था और एक-एक करके उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. जानकारी के मुताबिक, आज ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनकी अंतिम यात्रा दोपहर 1 बजे से गोविंद की गली, पुष्पांजलि वैकुंठ फेस 1, वृंदावन से शुरू होकर परिक्रमा मार्ग केसी घाट पर दोपहर करीब 3 बजे पहुंचेगी. यहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
भजन सम्राट विनोद अग्रवाल के परिजनों का कहना है कि वृंदावन स्थित आवास पर रविवार को उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. रविवार की सुबह सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें नयति अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब से उनका वहीं इलाज चल रहा था.
विनोद अग्रवाल का जन्म 6 जून 1955 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय किशननंद अग्रवाल और मां स्वर्गीय रत्नदेवी अग्रवाल को भगवान कृष्ण और राधा पर अटूट विश्वास था. 1962 में माता-पिता और भाई-बहनों के साथ वो दिल्ली से मुंबई चले गए. महज 12 वर्ष की आयु में उन्होंने भजन गायन और हार्मोनियम बजाना सीख लिया. उनके भजन देश में ही नहीं विदेशों में भी सुनते जाते हैं. 20 साल की उम्र में विनोद अग्रवाल की शादी कुसुमलता अग्रवाल से हो गई थी. उनके दो बच्चे जतिन और शिखा हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. उनका बेटा जतिन मुंबई में कपड़ों का कारोबार देखता है.
विनोद अग्रवाल के देश-विदेश में 1500 से अधिक लाइव कार्यक्रम हो चुके हैं. उन्होंने ब्रिटेन, इटली, सिंगापुर, स्विटजरलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, आयरलैंड, दुबई समेत कई देशों में सफल कार्यक्रम किए. भजन गायक की मौत के बाद उन्हें पसंद करने वाले देश-विदेश के लोग शोक में है.