24 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, राष्ट्रपति भी आएंगे
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24 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, राष्ट्रपति भी आएंगे

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट कर उन्हें 24 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान शिव के धाम आने का न्यौता दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री रावत ने नयी दिल्ली में राष्ट्रपति से मुलाकात की और उनसे कपाट खुलने के मौके पर केदारनाथ आने का आग्रह किया।

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट कर उन्हें 24 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान शिव के धाम आने का न्यौता दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री रावत ने नयी दिल्ली में राष्ट्रपति से मुलाकात की और उनसे कपाट खुलने के मौके पर केदारनाथ आने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को अवगत कराया कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है और केदारनाथ उत्तराखंड में गढ़वाल हिमालय में स्थित चारधामों में से एक महत्वपूर्ण धाम है। उन्होंने कहा कि भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 24 अप्रैल निर्धारित हो गई है। रावत ने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा के कारण भगवान केदारनाथ के मंदिर सहित पूरे क्षेत्र को काफी नुकसान पहुंचा था जिससे देश-दुनिया में राज्य की चारधाम यात्रा के बारे में असुरक्षित यात्रा का गलत संदेश गया था।

उन्होंने कहा, ‘यदि इस चारधाम यात्रा के अवसर पर राष्ट्रपति उत्तराखण्ड भ्रमण पर आते है, तो इससे देश-दुनिया में सुरक्षित चारधाम यात्रा का संदेश भी जायेगा।’ उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़ा विषय बताते हुए रावत ने कहा कि वह सभी राज्यवासियों की भावनाओं के अनुरूप राष्ट्रपति को आमंत्रित करने आये है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने अपने प्रयासों से केदारनाथ मंदिर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी सभी व्यवस्थायें पूरी कर ली हैं।

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा से फिर से तीर्थ यात्री पहले की तरह जुड़ सके, इसके लिए प्रभावी कदम उठाये गये है। रावत ने बताया कि राष्ट्रपति मुखर्जी ने उनका आमंत्रण स्वीकार कर लिया है और उन्होंने केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर अपने आने की सहमति दे दी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी मौजूद थे।

केदारनाथ सहित सभी चारधामों के कपाट हर साल अप्रैल-मई में श्रद्घालुओं के लिये खोले जाते हैं और छह माह के यात्रा सीजन के बाद अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिये जाते हैं। गढ़वाल की उंची पहाड़ियों पर स्थित इन धामों के सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड में रहने के कारण ऐसा किया जाता है और इस दौरान उनकी पूजा उनके शीतकालीन प्रवास केंद्रों में की जाती है।

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