CM योगी ने कर्नल आशुतोष शर्मा की शहादत को किया सलाम, परिवार को 50 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान
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CM योगी ने कर्नल आशुतोष शर्मा की शहादत को किया सलाम, परिवार को 50 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद कर्नल के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायत और परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है. शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी को 40 लाख रुपए और उनकी मां को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

CM योगी ने कर्नल आशुतोष शर्मा की शहादत को किया सलाम, परिवार को 50 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान

बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के हंडवाड़ा में एक एंटी टेरर ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के कर्नल आशुतोष शर्मा को श्रद्वाजंलि अर्पित की है. मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले मां भारती के वीर सपूतों के शौर्य व शहादत को कोटिशः नमन. आप सभी शहीदों का यह सर्वाेच्च बलिदान अविस्मरणीय है.'

इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद कर्नल के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायत और परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है. शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी को 40 लाख रुपए और उनकी मां को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. राज्य सरकार की ओर से शहीद कर्नल की स्मृति में उनके पैतृक गांव में 'गौरव द्वार' का निर्माण भी कराया जाएगा.

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा बुलंदशहर के मूल निवासी थे. शहीद कर्नल का परिवार बुलंदशहर के गांव इलना परवाना में रहता था. 15 साल पूर्व वह अपने माता-पिता संग जयपुर में जा बसे थे. कर्नल आशुतोष शर्मा ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बुलंदशहर के डीएवी इंटर कॉलेज से ली थी. शहीद कर्नल का बचपन बुलंदशहर में बीता था.

शहीद कर्नल के परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी और एक 12 साल की बेटी है. बेटी का नाम कुहू है. शहीद कर्नल के चचेरे भाई सुनील पाठक को बुलंदशहर प्रशासन ने जयपुर जाने के लिए स्पेशल पास जारी किया है. शहीद कर्नल के पैतृक गांव में मातम छाया है. शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा आर्मी में सेवाएं देते हुए आतंकियों के खिलाफ 12 सफल ऑपरेशन को लीड  कर चुके थे. अपने 13वें ऑपरेशन में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वह शहीद हो गए. उन्हें दो बार सेना मेडल से नवाजा जा चुका था. (इनपुट: लखनऊ से विनोद मिश्रा, बुलंदशहर से मोहित गोमत)

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