Mandakini Bridge Chitrakoot: चित्रकूट में भारी बारिश के बाद मकरी गांव के पास मंदाकिनी नदी में बनाए गए ब्रिज की पोल थोड़ी देर की बारिश ने खोल दी. इस ब्रिज के दोनो साइड दरारें आ गई है जिसको लेकर निर्माण कार्यों पर सवाल उठाए जा रहे है. मंदाकिनी नदी में बनाए गए ब्रिज की वीडियो को देख सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विट किया है. जिसके बाद सेतु निर्माण निगम में हड़कंप मच गया.
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Chitrakoot : प्रदेश भर में बारिश का दौर जारी है. कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए है तो कहीं पुल टूटने लगे है. ऐसा ही कल उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में बादल फटने से हाहाकार मच गया है. बादल फटने से देरादून केदारनाथ रूट पर 6 लोग मलबे में दबे हुए है तो कितनों की मौत हो गई है.
ऐसा ही मामला चित्रकूट से सामने आया है जहां सरकारी निर्माण कार्यों की पोल पहली बारिश ने खोल दी है. ये ताजा मामला चित्रकूट के मकरी गांव के पास मंदाकिनी नदी में बनाए गए ब्रिज का है जिसकी दोनों साइड धंस जाने से रोड में बड़ी दरारें आ गई.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सादा निशाना
करोड़ों की लागत से बनाए गए इस ब्रिज में भ्रष्टाचार किए जाने पर आरोप भी लगाए जा रहे हैं. सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस ब्रिज के एक वायरल वीडियो को ट्वीट कर भाजपा सरकार के विकास कार्यों पर सवालिया खड़ा कर दिया है. हालांकि अखिलेश यादव के इस ट्वीट के बाद सेतु निर्माण निगम में हड़कंप मच गया जिसके बाद देर रात में ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए और सुबह होने से पहले ब्रिज की रिपेयरिंग शुरू कर दी है.
1371 लाख 72 हजार की लागत से बना पुल
चित्रकूट के मकरी पहरा गांव के करीब मंदाकिनी नदी में एक ब्रिज का निर्माण कराया गया था जिसकी लागत 1371 लाख 72 हजार बताई जा रही है. इस ब्रिज की लंबाई 81.38 मीटर है. इस ब्रिज के बनाने के कॉन्ट्रेक्ट AK एंड AK कंपनी को दिया गया था. ब्रिज का निर्माण कार्य 1 मई 2021 में शुरू हुआ था और 2 फरवरी 2024 में पूरा हो गया था.
बारिश ने खोली पुल की पोल
मकरी गांव के इस ब्रिज निर्माण में किये गये भ्रष्टाचार की पोल प्रदेश में हुई थोड़ी सी बारिस में ही खुल गयी. ब्रिज के कार्नर जहां धंस गए हैं वहीं सड़क पर भी बड़ी बड़ी दरारे आ गई थी. ब्रिज के दोनों साइड में आई बड़ी दरारों और गड्ढो के कारण बड़ी दुर्घटनाये भी हो सकती है. ब्रिज धसने का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस वीडियो को ट्वीट कर सरकार के निर्माण कार्यो में सवालिया निशान लगा दिया.
सहायक अभियंता का क्या कहना
हालांकि सेतु निर्माण निगम के अधिकारी अभी भी गैर जिम्मेदाराना बात कर रहे है. अखिलेश के ट्वीट के बाद ब्रिज की रिपेयरिंग कराने पहुंचे सहायक अभियंता अहिबरन सिंह ने कहा कि नई मिट्टी है इसलिए ऐसा हो गया है अभी रिपेयरिंग का समय है और एक साल तक का मेंटिनेंस टेंडर है तो इसे मेंटिनेंस किया जाता रहेगा. जबकि पहले भी इस ब्रिज के पिलर गिर चुके थे.
बालू और सीमेंट लगाकर किया जा रहा रिपेयर
ब्रिज के निर्माण में घटिया सामाग्री के प्रयोग किये जाने को लेकर ग्रामीणों ने खुलासा किया है और कहा कि पुल के निर्माण में किये गए भ्रष्टाचार को खोलने के लिए इस ब्रिज की दुर्दशा को देखा जा रहा है. ब्रिज की दोनों तरफ की साइड में बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई दे रहे हैं जिनको थोड़ी थोड़ी बालू और सीमेंट लगाकर रिपेयर किया जा रहा है. ब्रिज के धसने और दरारों ने इसकी पोल खोल दी है
मुख्यमंत्री की मनसा पर फिरा पानी
हालांकि सहायक अभियंता ने बताया कि अभी तक पुल को विभाग को हैंडओवर नही किया गया है. उन्होंने कहा कि मेरे स्तर का काम नही है मैं सिर्फ देख-रेख कर सकता हूं और मेंटिनेंस कराता रहूंगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस भ्रस्टाचार का दम्भ भरते रहते है लेकिन सेतु निर्माण निगम के अधिकारी मुख्यमंत्री की मनसा पर पानी फेरने में कोई कसर नही छोड़ते हैं.
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