मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में ट्वीट कर बताया कि चीन और चिली के जंगलों में लगी आग और वर्ष 2016, 2019 की वनाग्नि की तस्वीरों से उत्तराखंड के खिलाफ एक भ्रामक और सत्य से परे दुष्प्रचार चल रहा है.
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देहरादून: कोरोना से भी ज्यादा तेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उस खबर का खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे आकर खंडन किया है, जिसमें फोटो शेयर कर कहा जा रहा था कि उत्तराखंड के जंगल धधक रहे हैं.
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर किए जा रहे थे कि उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार का इस पर ध्यान नहीं है. वहीं, अब त्रिवेंद्र सरकार की ओर से दावा किया गया है कि वायरल हो रही तस्वीरें पुरानी हैं और इनमें से कई दूसरे देशों से संबंधित हैं. सरकार ने भ्रामक खबरों से सावधान रहने की भी हिदायत दी है.
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में ट्वीट कर बताया कि चीन और चिली के जंगलों में लगी आग और वर्ष 2016, 2019 की वनाग्नि की तस्वीरों से उत्तराखंड के खिलाफ एक भ्रामक और सत्य से परे दुष्प्रचार चल रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और भ्रामक खबरों से सावधान रहें.
चीन और चिली के जंगलों मे लगी आग एवं वर्ष २०१६ और २०१९ की वनाग्नि की पुरानी तस्वीरों के माध्यम से उत्तराखंड के खिलाफ एक भ्रामक और सत्य से परे दुष्प्रचार चल रहा है; कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें| https://t.co/SY5eigG4QC
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) May 27, 2020
एक दूसरे ट्वीट में CM त्रिवेंद्र ने लिखा, ''मुझे यह कहते हुए बड़ा दुःख हो रहा है कि सोशल मीडिया पर कई हस्तियां "उत्तराखंड जल रहा है" जैसे एक भ्रामक दुष्प्रचार का हिस्सा बनी हैं. आप सभी से इतनी अपेक्षा है कि अपने नाम का इस तरह से दुरुपयोग न होने दें.''
डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने इस मुद्दे पर कहा कि प्रदेश में कहीं भी कोई वनाग्नि नहीं हुई है. आग की घटना को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों को अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.