नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है. यूपी में बीते दिनों हुए हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है. इन सबके बीच कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का ने एक विवादित बयान दिया है. राशिद अल्वी ने कहा है कि यूपी हिंसा (CAA Violent Protest) में जिन लोगों की मौत हुई है, उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए. उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में हिंसा में हुई मौतें पुलिस की गोली से हुई हैं. उन्होंने कहा कि यूपी हिंसा में मारे गए युवक संविधान की रक्षा कर रहे थे.


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राशीद अल्वी ने कहा कि यूपी हिंसा में जिन लोगों की मौत हुई हैं, उन्हें शहादत का दर्जा दिया जाए. उन्होंने कहा कि यूपी में हिंसा में हुई मौतें पुलिस की गोली से हुई हैं और युवक संविधान की रक्षा कर रहे थे. गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित (Sandeep Dikshit ) ने पुलिस (Police) और सेना (Army) को लेकर एक विवादित बयान दिया है. दीक्षित ने कहा कि जो संस्थाएं जितना भ्रष्ट होती हैं, वे उतना ही राष्ट्रवाद (nationalism) की बात करती हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि सेना और पुलिस जब नारे लगाएं तो समझें काली करतूत छिपा रहे हैं. उन्होंने कहा कहा कि देश कि आधे से ज्यादा पुलिस भ्रष्ट है.


उत्तर प्रदेश में लागू धारा 144 पर बोलते हुए उन्होंने कहा, हर जगह धारा 144 लगी है, युवा वर्ग कहां विरोध करेगा. जबरदस्ती एक सामाजिक आंदोलन को राजनीतिक आंदोलन बना दिया गया. सीएए के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों पर उन्होंने कहा, 1973-1974 में जब गुजरात में बसें जलें तो वो जनहित में है... ? पहले अपने काम का तो हिसाब दे दो!