राम मंदिर निर्माण का काम हुआ तेज, वर्कशॉप से राम जन्मभूमि लाए जाने लगे तराशे गए पत्थर
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राम मंदिर निर्माण का काम हुआ तेज, वर्कशॉप से राम जन्मभूमि लाए जाने लगे तराशे गए पत्थर

आपको बता दें कि कारसेवकपुरम कार्यशाला में 1990 से ही पत्थरों की तराशी की जा रही है. प्रस्तावित राम मंदिर के आकार में परिवर्तन से अब और ज्यादा पत्थरों की आवश्यकता होगी.

अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए वीएचपी कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर लाने का काम शुरू हो गया है.

अयोध्या: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है. इस साल 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या आकर राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था. इसके बाद नक्शा पास कराने के साथ ही जमीन की अन्य औपचारिकता पूरी की गईं. राम मंदिर के 1200 खंभों के लिए टेस्ट पाइलिंग का कार्य समाप्त हो चुका है. शुक्रवार से वैदिक रीति-रिवाज से पूजन कार्यक्रम के बाद कारसेवकपुरम स्थित वीएचपी कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर में ले आने का काम शुरू हो गया है. 

लार्सन एंड टूब्रो कर रही मंदिर का निर्माण
लार्सन एंड टूब्रो (Larsen & Toubro) के इंजीनियरों की निगरानी में क्रेन की मदद से पत्थरों को ट्रक पर लादकर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचाया जा रहा है. आपको बता दें कि राम मंदिर का नक्शा अयोध्या डेवलेपमेंट अथॉरिटी की ओर से अप्रूव होने के बाद से ही निर्माण कार्य से जुड़ी गतिविधियां तेज हो गई हैं.आईआईटी चेन्नई और एलएंडटी के करीब 200 विशेषज्ञ राम मंदिर निर्माण कार्य से जुड़े हैं. वीएचपी कार्यशाला में तराशी गई शिलाओं की नाप-जोख होने के बाद अब इनको रामजन्मभूमि परिसर में शिफ्ट किया जा रहा है. 

वर्ष 1990 से ही तराशे जा रहे हैं पत्थर
आपको बता दें कि कारसेवकपुरम कार्यशाला में 1990 से ही पत्थरों की तराशी की जा रही है. प्रस्तावित राम मंदिर के आकार में परिवर्तन से अब और ज्यादा पत्थरों की आवश्यकता होगी. पूर्व प्रस्तावित 128 फीट ऊंचे, 268 फीट लंबे और 140 फीट चौड़े मंदिर निर्माण के हिसाब से दो लाख घन फीट पत्थरों का इस्तेमाल होना था और करीब एक लाख घन फीट पत्थरों की तराशी हो चुकी थी. अब प्रस्तावित राम मंदिर 212 की बजाय 318 स्तंभों, एक मुख्य शिखर तथा पांच उप शिखरों वाला होगा. यह 161 फीट ऊंचा, 360 फीट लंबा औ 235 फीट चौड़ा होगा. इसके निर्माण में करीब 4 लाख घन फीट पत्थर लगेगा. 

12 में 9 टेस्ट पाइलिंग का निर्माण पूरा
राम मंदिर सौ मीटर गहरी और और एक मीटर व्यास की 1200 पाइलिंग पर टिका होगा. पाइलिंग निर्माण से पहले 12 टेस्ट पाइलिंग का निर्माण कराया जा रहा है. नौ टेस्ट पाइलिंग का निर्माण पूरा कर लिया गया है. अगले सप्ताह के अंत तक बाकी तीन का निर्माण हो जाना है. सैकड़ों फीट गहरी खुदाई के साथ टेस्ट पाइलिंग में विशेष तकनीक से सीमेंट-गिट्टी का मिश्रण डाला गया. टेस्ट पाइलिंग पर लगभग उतना ही भार दिया गया, जितना भार राम मंदिर में इस्तेमाल होने वाले पत्थरों का होगा. राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से ऐसा कहा गया है कि 15 अक्टूबर तक टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट आने के बाद स्थाई पाइलिंग का निर्माण शुरू होगा.

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