Uttarakhand Fire: देवभूमि के जंगलों में लगी आग थमने का नाम नहीं ले रही है. जंगलों में आग लगने से वन्य जीव बस्तियों की ओर आने लगे है. सेनू गांव में गुलदार की धमक से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है.
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Uttarakhand Fire: देवभूमि के जंगलों में लगी आग थमने का नाम नहीं ले रही है. जंगलों में आग लगने से वन्य जीव बस्तियों की ओर आने लगे है. सेनू गांव में गुलदार की धमक से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. गांव में दिन दहाड़े कई बार ग्रामीणों ने गुलदार को घूमते हुए देखा है. स्कूली बच्चों में भी भय का माहौल बना हुआ है. इन जगहों में शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जा रहे है.
वहीं उत्तराखंड के बड़े मंदिर तक जंगल की आग पहुंच गई है. लाखों का सोना भी जलकर खाक हो गया है. दरअसल मामला बागेश्वर के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र लाथी का है. यहां देर रात जंगल की आग मंदिर तक पहुंची और मंदिर का सारा सामान राख कर दिया. ग्रामीणों के अनुसार मंदिर में सात -आठ तोला सोना और 10 तोला चांदी भी भक्तो द्वारा चढ़ाया गया था. सब कुछ जल गया. परेशान ग्रामीणों को अब कुछ समझ नहीं आ रहा है, बुजुर्ग ग्रामीणों का कहना है कि सदियों पुराने पौराणिक मंदिर में ऐसा भयावाह मंजर आज से पहले कभी नहीं देखा.
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को बुझाने का काम वन विभाग लगातार कर रहा है. प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन का कहना है कि विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी आग को बुझाने में लगे हुए है. मगर इस साल कई इलाकों में बहुत कम बारिश हुई है जिसकी वजह से आग की घटनाएं बढ़ी है. उनका कहना है कुमाऊं और गढ़वाल दोनों मंडलों में बारिश कम होने की वजह से आग की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. फिलहाल विभाग आग पर काबू पाने की कोशिश में लगा हुआ है.
उत्तरकाशी घाटी के जगंलों में लगातार वनाग्नि की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है.वहीं जिला मुख्यालय के नजदीक चामकोट गांव के जंगलों में कल रात्रि से भीषण आग लगी हुई है. आग इतनी भीषण है. कि जनपद के वातावरण में धुंवा ही धुंवा हो रखा है और लोगों को जंगलों में लगी आग के कारण फैले धुएं से सांस लेने में दिक्कतें हो रही है साथ ही आग धीरे-धीरे नीचे रियासी इलाकों में भी आ रही है यदि आग पर जल्दी ही काबू नहीं पाया गया तो आग गांव तक फैल सकती है.
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