बलरामपुर जिले में रामनुजगंज के जगदंबा सिंह को डेढ़ साल पहले पोलियो की बीमारी हो गई थी, जिससे उनका एक पैर पूरी तरह से खराब हो गया.
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बलरामपुर (शैलेंद्र सिंह) : बलरामपुर में एक पैर से दिव्यांग जगदंबा सिंह ने अपनी मेहनत के दम पर समाज में एक मिसाल कायम की है. एक पैर से दिव्यांग जगदंबा सिंह समाज में कंधे से कंधा मिलाते हुए काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. स्थानीय लोग भी जगदंबा की मेहनत की तारीफ करते नहीं थकते हैं. जिले के कलेक्टर ने जगदंबा सिंह की मेहनत और लगन को देखकर दिव्यांग का हर संभव मदद का भरोसा दे रहे हैं.
बलरामपुर जिले में रामनुजगंज के जगदंबा सिंह को डेढ़ साल पहले पोलियो की बीमारी हो गई थी, जिससे उनका एक पैर पूरी तरह से खराब हो गया. इसके बाद जगदंबा अब बैसाखी के सहारे चलते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से जगदम्बा ने एक पैर के सहारे अब ऑटो चलाकर अपना परिवार का भरण पोषण कर रहे है. जगदंबा अकेले ही भारी भरकम समान ऑटो में लादकर ले जाते हैं और अपनी मेहनत पर विश्वास रखते हैं. जगदंबा अपना काम अच्छे से कर सके उसके लिए वो शासन प्रशाशन से एक ऑटो की मांग कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों की मानें तो जगदंबा ने कभी हार नहीं मानी और एक पैर से दिव्यांग होने के बावजूद भी आज एक आम आदमी की तरह काम करके अपना परिवार चला रहे है जो काबिले तारीफ है. जगदंबा ने समाज के लिए एक मिसाल पेश की है अब दिव्यांग का हौसला बढ़ाने के लिए शाशन प्रशाशन को भी आगे आना चाहिए.
जगदंबा की माता का कहना है कि करीब डेढ़ साल पहले उनका बेटा पोलियो का शिकार हो गया था जिसमें उसका एक पैर पूरी तरह से खराब हो चुका है लेकिन जगदंबा ने कभी भी हार नहीं मानी और बैशाखी के सहारे ही अब ऑटो चलाकर हम लोगो का पालन पोषण कर रहा है.
जगदंबा के घर में उनके माता पिता पत्नी और एक डेढ़ साल की बेटी है, जिसका पालन पोषण की जिम्मेदारी खुद दिव्यांग जगदंबा के ऊपर है. जगदंबा की पत्नी का कहना है कि रोज 200 या 300 की कमाई होती है. जिसमे परिवार चलाना मुश्किल हो जाता है. दिव्यांग पति ने ऑटो समूह के माध्यम से लोन पर लिए है जिसका किस्त भी भरना पड़ता है ,लेकिन दिव्यांग जगदंबा की पत्नी भी अपने पति के मेहनत से खुश है. वही जगदंबा सिंह के मेहनत और लगन से प्रभावित होकर जिले के कलेक्टर संजीव कुमार झा ने आगे आते हुए जगदंबा को हर सम्भव मदद देने का भरोशा दे रहे है.