उत्तराखंड में कांग्रेस ने 51 सदस्यीय वर्किंग कमेटी का गठन किया है. हरीश रावत को कांग्रेस का महासचिव भी बनाया गया है.
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देहरादून: कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार (17 जुलाई) को अपनी नई 51 सदस्यीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी का ऐलान किया है. वर्किंग कमेटी में अनुभवी और युवा दोनों नेताओं को जगह दी गई है. पूर्व सीएम हरीश रावत को AICC (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) का महासचिव बनाया गया है. साथ ही, उन्हें असम का प्रभारी भी बनाया गया है. वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी को जगह नहीं दी गई है. 51 सदस्यों में से कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 23 सदस्य, 19 परमानेंट इन्वाइटी और 9 स्पेशल इन्वाइटी शामिल हैं. आपको बता दें कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी की पहली बैठक 22 जुलाई को तय हुई है. इस बैठक में राहुल गांधी की नई वर्किंग टीम में काम करने वाले सदस्यों की भूमिकाएं तय की जाएंगी.
हरीश रावत को महासचिव बनाए जाने के बाद कांग्रेस के भीतर बवाल भी शुरू हो गया है. उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि अगर उन्हें कोई पद चाहिए था तो उन्हें ये बात पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी. इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना ठीक नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि हरीश रावत मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री से लेकर अनेक पदों पर आसीन रह चुके हैं. लिहाजा, उन्हें अब किसी पद की चाह नहीं होनी चाहिए. लेकिन, उनकी कोई चाह है तो वे पार्टी फोरम में अपनी बात बेझिझक रख सकते हैं.
शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुझे @INCIndia में अहम जिम्मेदारी देने पर मैं पार्टी अध्यक्ष श्री @RahulGandhi जी का आभार व्यक्त करता हूं। और सम्मानित पार्टी नेताओं, कर्मठ कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और मित्रों का जिन्होंने मुझे शुभकामनाएं प्रेषित की है, उन सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। pic.twitter.com/vVdfFSMrrf
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) 18 July 2018
मुस्लिम महिलाओं को लेकर पीएम मोदी के बयान पर आपत्ति जताते हुए इंदिरा हृदयेश ने कहा कि यह अशोभनीय है. पीएम मोदी ने मिर्जापुर में कहा था कि कांग्रेस को मुस्लिम महिलाओं की चिंता नहीं है. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि अगर कांग्रेस को महिलाओं की चिंता नहीं होती तो राहुल गांधी महिला आरक्षण बिल का समर्थन क्यों करते. उन्होंने कहा कि 2019 चुनाव के मद्देनजर सांप्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है.