मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन लागू कराने में ढिलाई बरतने और नोएडा में संक्रमण फैलाने की आरोपी 'सीज फायर' कंपनी के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई के लिए DM बीएन सिंह को जमकर फटकार लगाई थी.
Trending Photos
गौतमबुद्ध नगर: लापरवाही बरतने के मामले में सीएम योगी की फटकार के बाद बीएन सिंह को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी पद से हटाया दिया गया है. मुख्यमंत्री के आदेश पर 2007 बैच के तेज तर्रार IAS सुहास LY को नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. बता दें कि नोएडा में कोरोना की रोकथाम और प्रशासनिक तैयारियां का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने बीएन सिंह के काम पर नाराजगी जताई थी. उन्होंने अधिकारियों की बैठक में बीएन सिंह को जमकर फटकार लगाई थी. जिसके बाद बीएन सिंह ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर 3 महीने की छुट्टी मांगी थी और अपनी जगह किसी और को DM के पद पर तैनात करने की गुजारिश भी की थी. बीएन सिंह को हटाए जाने के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि बीएन सिंह को राजस्व परिषद लखनऊ से सम्बद्ध किया गया है. बीएन सिंह को कोविड-19 की रोकथाम, सर्विलांस में कमी, आउट ब्रेक रिस्पॉन्स कमेटी के अध्यक्ष के रूप में अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण राज्य सरकार ने हटाया. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश देते हुए औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन को जांच अधिकारी नामित किया गया है. साथ ही समीक्षा के बाद उन्होंने अवकाश का प्रार्थना पत्र दिया, जिसे खुद ही मीडिया में रिलीज कर दिया, जो कि अनुशासनहीनता के दायरे में आता है. चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी ने बताया कि विशेष सचिव नियोजन के पद पर तैनात सुहास LY की गौतमबुद्ध नगर में तैनाती की गई है. वो पदभार ग्रहण करने के लिए प्रस्थान कर चुके हैं. कुछ ही घंटों में कार्यभार ग्रहण कर लेंगे. बता दें कि सुहास LY कुंभ के दौरान प्रयागराज में जिलाधिकारी के पद पर रहे हैं.
Gautam Buddh Nagar DM Brijesh Singh today requested for 3 months leave. An order has been passed to transfer him to Lucknow&to take Departmental Action against him. Also, an inquiry will be initiated into the matter: RK Tiwari, Chief Secretary, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/zSm3ywGtiP
— ANI UP (@ANINewsUP) March 30, 2020
ये भी पढ़ें: दूसरे राज्यों को CM योगी ने लिखी चिट्ठी, COVID-19 के खिलाफ जंग में की ये भावुक अपील
CM योगी ने बैठक में DM को क्या फटकार लगाई?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन लागू कराने में लापरवाही बरतने और नोएडा में संक्रमण फैलाने की आरोपी 'सीज फायर' कंपनी के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई के लिए बीएन सिंह को फटकारा था. सीएम योगी 'सीज फायर' कंपनी को सील न किए जाने पर सवाल पूछ रहे थे कि तभी बीएन सिंह कुछ सफाई पेश करने लगे. इस पर CM योगी नाराज हो गए, उन्होंने बीएन सिंह से कहा,"बकवास मत करिए. अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर डालना बंद करिए. दो महीने पहले अलर्ट जारी किया गया था, तब से क्या किया गया.'' CM ने अधिकारियों को सीधे कह दिया कि वह इन इंतजामों से खुश नहीं हैं. CM योगी आदित्यनाथ जब DM बीएन सिंह को फटकार लगा रहे थे मीडिया के कैमरे भी इस बैठक को रिकॉर्ड कर रहे थे.
ब्रिटिश नागरिक से फैले संक्रमण से भी सीएम योगी नाराज थे. जिस पर CMO और DM ने स्पष्टीकरण दिया और तैयारियां बताईं, लेकिन CM ने उहें खारिज कर दिया. CM ने कहा कि ब्रिटेन से आए नागरिक को लेकर सतर्कता नहीं बरती गई. उसके संपर्क में आए लोगों को सही तरह से जानकारी नहीं पहुंचाई गई. जिसकी वजह से ये हालात उत्पन्न हुए.
CM की ओर से इंतजामों पर नाराजगी जाहिर करने पर जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि वह रोजाना घंटों काम कर रहे हैं. इसके बावजूद अगर हालात संभल नहीं रहे हैं तो वह गौतमबुद्ध नगर में तैनात नहीं रहना चाहेंगे. जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें जमकर फटकार लगाई.
DM ने मुख्य सचिव को चिट्ठी में क्या लिखा?
इसके कुछ बाद ही बीएन सिंह ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने ये गुजारिश की कि "व्यक्तिगत कारणों से मैं जिलाधिकारी के पद पर नहीं रहना चाहता हूं. अत: जिलाधिकारी के पदीय दायित्वों से मुक्त करते हुए 03 माह का उपार्जित अवकाश स्वीकृत करने का कष्ट करें. क्योंकि वर्तमान में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार की शिथिलता न हो इस हेतु आवश्यक है कि जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के पद पर किसी अन्य अधिकारी की तैनाती करने का कष्ट करें."
क्या है 'सीज फायर' कंपनी का मामला
नोएडा की 'सीज फायर' नाम की कंपनी पर जानबूझ कर हजारों लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप है. खबर है कि उसने अपने कर्मचारियों की ट्रेवेल हिस्ट्री को छिपाया जिसका नतीजा ये हुआ कि उसकी कंपनी के कोरोना वायरस से संक्रमित कर्मचारियों का पता नहीं चला और ये बीमारी नोएडा में फैल गई. रविवार तक नोएडा में कुल 31 केस पॉजिटिव पाए गए थे जिनमें 17 लोग सिर्फ 'सीज फायर' नाम की इस कंपनी की लापरवाही की वजह से कोरोना पॉजिटिव हो गए. कंपनी के खिलाफ महामारी अधिनियम 1897 के तहत मामला दर्ज किया गया.
गौतमबुद्ध नगर में बढ़ रही है कोरोना संक्रमितों की संख्या
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, अब तक कुल 38 मामले सामने आ चुके हैं, बीते 24 घंटे में संक्रमण के 10 नए मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 88 हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा मरीज गौतमबुद्ध नगर में ही हैं.
लाइव देखें यूपी-उत्तराखंड की खबरें: