मुरादनगर हादसे के आरोपी अजय त्यागी को महिला ने जूतों से पीटा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand822021

मुरादनगर हादसे के आरोपी अजय त्यागी को महिला ने जूतों से पीटा

घटना गाजियाबाद जिला अस्पताल की है. इसी हॉस्पिटल में मुरादनगर के श्मशान घाट के घायलों का इलाज चल रहा है. घायलों में महिला का पति भी है जिसका इलाज यहां चल रहा है.

मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाया गया था आरोपी अजय त्यागी को

गाजियाबाद: मुरादनगर में 24 मौत के गुनहगार अजय त्यागी की पीड़ित परिवार की एक महिला ने जूतों से पिटाई कर दी. मेडिकल कराकर अस्पताल से बाहर निकलते समय पूनम नामक महिला ने उसकी पिटाई कर दी. महिला का जूता पड़ते ही पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए आरोपी अजय को किसी तरह से भीड़ से निकालते हुए गाड़ी में बैठाया. इससे पहले ठेकेदार अजय त्यागी ने मीडिया से बातचीत की और अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप भी लगाया.

घटना गाजियाबाद जिला अस्पताल की है. इसी हॉस्पिटल में मुरादनगर के श्मशान घाट हादसे के घायलों का इलाज चल रहा है. घायलों में महिला का पति भी शामिल है जिसका इलाज यहां चल रहा है. सोमवार देर रात पुलिस ने अजय त्यागी को गिरफ्तार किया था. आज उसका मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल लाया गया था. यहां मेडिकल कराकर पुलिस उसे वापस ले जा रही थी, तभी घायल की पत्नी ने उसकी जूतों से पिटाई कर दी.

मुरादनगर हादसे पर CM योगी का एक्शन, JE और ठेकेदार के खिलाफ रासुका लगाने के आदेश

इससे पहले सोमवार सुबह मुरादनगर नगर पालिका की निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. जहां से सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इनके खिलाफ IPC की धारा 304, 337, 338, 437, 409 में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई थी. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद सोमवार को अजय त्यागी के ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था. श्मशान घाट के गलियारे के निर्माण का ठेका उसी ने लिया था. हादसा होने के बाद वह फरार हो गया था.

प्रेमी के साथ कार में घूम रही थी पत्नी, तभी पड़ी पति की नजर, फिर देखिए क्या हुआ?

हादसे में 24 लोगों की हुई मौत
मुरादनगर के उखलारसी में श्मशान स्थल पर बिल्डिंग की छत गिरने से रविवार को 24 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 16 लोग घायल थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता की घोषणा की थी. इस हादसे की जांच मेरठ की मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम और एडीजी जोन मेरठ राजीव सब्बरवाल को दी गई है. सीएम योगी ने लापरवाह अफसरों और अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर बेहद नाराजगी जताई थी. 

मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा मामला
वहीं यह मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है. मानवाधिकार कार्यकर्ता और अधिवक्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने आयोग में याचिका दायर की है. इसमें उन्होंने मामले की जांच जल्द पूरी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. 

WATCH LIVE TV

Trending news