गोवा में छुट्टियां मनाने जाएं तो याद रखें: जब पूरा देश आजाद था, तब भी गुलाम थे बिंदास बीच
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गोवा में छुट्टियां मनाने जाएं तो याद रखें: जब पूरा देश आजाद था, तब भी गुलाम थे बिंदास बीच

अंग्रेजों के जाने के बाद भी पुर्तगालियों ने गोवा को नहीं छोड़ा. 1947 से 1962 तक वे यहां जमे रहे. 

गोवा में छुट्टियां मनाने जाएं तो याद रखें: जब पूरा देश आजाद था, तब भी गुलाम थे बिंदास बीच

फुर्सत भरे कुछ पल गुजारने हों या फिर बिंदास होकर जिंदगी का लुत्फ उठाना हो. हमारे दिमाग में सबसे पहले जिस जगह का नाम आता है वो है - गोवा. हममें से बहुत से लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए भी गोवा जाने की प्लानिंग साल भर करते हैं. लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि गोवा के लिए नया साल इतना खास क्यों है? 

नए साल से तुरंत पहले आजाद हुआ था गोवा 
भारत को आजादी मिलने के 14 साल बाद भी गोवा के खुले-खुले बीचेज भारत सरकार के नहीं थे. 1947 में आजादी मिलने के 14 साल बाद तक पुर्तगाली लोगों ने गोवा  को आजाद नहीं किया.  बार-बार चेतावनी देने के बावजूद पुर्तगाली गोवा को छोड़ने को तैयार नहीं थे. ऐसे में गोवा को भारतीय सशस्त्र बलों ने संयुक्त कार्रवाई कर आजाद कराया था. भारतीय सेनाओं ने 19 दिसंबर, 1961 को 'ऑपरेशन विजय' के तहत पुर्तगालियों को गोवा से जाने पर मजबूर कर दिया. इस ऐतिहासिक घटना के सम्मान में हर साल गोवा मुक्ति दिवस (Goa Liberation Day) नए साल से 12 दिन पहले मनाया जाता है. 

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लंबे समय तक पुर्तगाल का उपनिवेश रहा गोवा 
1510 ईसवी के मार्च महीने में अलफांसो-द-अल्बुकर्क के नेतृत्व में गोवा पर पुर्तगालियों ने पहला आक्रमण किया. इसके बाद से गोवा पुर्तगालियों के कब्जे में आ गया. हालांकि पुर्तगालियों को गोवा से खदेड़ने के लिए भारत के यूसुफ आदिल खां ने उन पर हमला किया. इससे घबराकर पुर्तगाल भाग भी गए थे लेकिन अल्बुकर्क ने इस पर फिर से कब्जा जमा लिया. 1809-1815 के बीच नेपोलियन ने पुर्तगाल पर कब्जा किया. इसके बाद 1947 तक गोवा अंग्रेजों के अधीन रहा. ये इलाका अंग्रेजों के समुद्री व्यापार का मुख्य केंद्र बन गया.

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अंग्रेज गए, तो पुर्तगालियों ने जमा लिया कब्जा 
अंग्रेजों के जाने के बाद भी पुर्तगालियों ने गोवा को नहीं छोड़ा. 1947 से 1962 तक वे यहां जमे रहे. भारत सरकार ने आखिरकार उन्हें खदेड़ने के लिए सैन्य कार्रवाई का सहारा लिया, तब जाकर गोवा भारत का हिस्सा बन पाया. इसकी राजधानी पणजी बनाई गई. 

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अगली बार जब आप गोवा घूमने जाएं तो इसका इतिहास जरूर याद रखें. अगर तत्कालीन सैनिकों ने अपनी शौर्यता न दिखाई होती तो गोवा की दिलफरेब बीचेज आपका बाहें फैलाए स्वागत न कर रही होतीं. आजादी मिलने के बाद गोवा इंटरनेशनल टूरिस्ट स्पॉट बन गया. यहां लोग समंदर की खूबसूरती और बिंदास लाइफस्टाइल का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं. 

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