IAS Divya Mittal: देवरिया की जिलाधिकारी दिव्वा मित्तल को दिल्ली में होने वाले नीति आयोग के मुख्य सचिव सम्मेलन के लिए चुना गया है. देशभर से कुछ चार अधिकारी चुने गये हैं. दिव्या मित्तल यूपी की एकमात्र अफसर हैं, जिनको इसमें हिस्सा लेने का मौका मिलेगा.
Trending Photos
IAS Divya Mittal: देवरिया की जिलाधिकारी दिव्वा मित्तल को दिल्ली में होने वाले नीति आयोग के मुख्य सचिव सम्मेलन के लिए चुना गया है. देशभर से कुछ चार अधिकारी चुने गये हैं. दिव्या मित्तल यूपी की एकमात्र अफसर हैं, जिनको इसमें हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे. जिलाधिकारी पीएम मोदी को विकास और प्रशासनिक नवाचार से जुड़े अनुभव साझा करेंगे. डिजिटल परिवर्तन, सामाजिक कल्याण और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर इसमें चर्चा होगी. आइए जानते हैं IAS दिव्या मित्तल कौन हैं.
यूपी कैडर की IAS हैं दिव्या मित्तल
दिव्या मित्तल 2013 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने पहली बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2012 में दी थी. पहली बार में ही उनको सफलता मिली. उनको गुजरात कैडर में आईपीएस पद मिला. लेकिन उन्होंने 2013 में फिर एग्जाम दिया और 68वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनीं. दिव्या आईएएस बनने से पहले आईआईटी और आईआईएम परीक्षाओं में भी सफलता हासिल कर चुकी हैं. दिल्ली आईआईटी से उन्होंने इंजीनियरिंग की. इसके बाद आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए किया.
पति भी हैं आईएएस
दिव्या मित्तल के पति गगनदीप भी आईएएस अफसर हैं. उनसे ही दिव्या को IAS अधिकारी बनने की प्रेरणा मिली थी. दोनों ने साथ में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. शादी के बाद लंदन में अच्छे पैकेज में नौकरी लगी लेकिन इसमें मन नहीं लगा और दोनों भारत वापस आ गए. दोनों ने आईएएस की तैयारी खुद शुरू की. गगनदीप ने 2011 में ही यूपीएससी क्रैक कर लिया. जबकि 2013 में दिव्या भी दूसरे प्रयास में आईएएस बनने में सफल हुईं.
देवरिया की डीएम हैं दिव्वा मित्तल
IAS दिव्या मित्तल मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की डीएम हैं. इससे पहले वह मिर्जापुर, संतकबीरनगर और बस्ती समेत कई जिलों की जिलाधिकारी रह चुकी हैं. इसके अलावा वह बरेली विकास प्राधिकरण, गोंडा में सीडीओ के पद पर भी काम कर चुकी हैं. दिव्या हरियाणा के रेवाणी जिले की रहने वाली है. उनका जन्म दिल्ली में हुआ.दिव्या मित्तल का मानना है कि सफलता हासिल करने के लिए अपने टारगेट पर फोकस करना सबसे जरूरी है. आईआईटी, आईआईएम और यूपीएससी के लिए अपनी तैयारी को प्राथमिकता देनी चाहिए.
यह भी पढ़ें - प्रयागराज के शिवम तिवारी ने बिहार में गाड़ा झंडा, BPSC में तीसरी रैंक के साथ किया टॉप