राज्यपाल राम नाईक बोले- अब तक गलत लिखा जाता रहा 'बाबा साहेब' का नाम
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राज्यपाल राम नाईक बोले- अब तक गलत लिखा जाता रहा 'बाबा साहेब' का नाम

राम नाईक ने कहा, 'मैं मराठी हूं और बाबा साहेब भी. उनके नाम में भीम और राव को दो अलग-अलग शब्दों में लिखा जाता रहा, जबकि भीमराव लिखा जाना चाहिए'.

संविधान की 8वीं अनुसूची की मूल प्रति का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने नाम में सुधार को कहा. (फोटो एएनआई)

नई दिल्ली: योगी सरकार ने बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के नाम में 'रामजी' जोड़ेे जाने के लिए शासनादेश जारी किया है.  नाम में किए बदलाव के बाद प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा, 'मैं मराठी हूं और वो भी थे. हिंदी भाषी राज्यों में उनका नाम गलत तरह से लिखा जाता रहा. मुख्यरूप से उनका नाम भीम और राव, दो अलग-अलग शब्दों में लिखा जाता है लेकिन उनका नाम लिखने का सही तरीका भीमराव है.' आपको बता दें कि अब यूपी के सभी राजकीय अभिलेखों में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का नाम डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर लिखा जाएगा.

  1. सरकारी दस्तावेजों में भी बदला जाएगा अांंबेडकर का नाम
  2. यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने दिया था सुझाव
  3. एक साथ लिखा जाना चाहिए 'भीमराव'

ये भी पढ़ें: अब भीमराव आंबेडकर के नाम के साथ जुड़ेगा 'रामजी', योगी सरकार का फैसला

राज्यपाल ने दिए निर्देश
सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा था कि उनका नाम गलत लिखा जा रहा है. संविधान की 8वींं अनुसूची की मूल प्रति का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा था कि बाबा साहेब ने अपना नाम 'डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर' लिखा है. लिहाजा इसे सही किया जाए.

राज्यपाल गलत नाम लेने से थे नाराज
जानकारी के मुताबिक पिछले साल दिसम्बर में राज्यपाल ने बाबा साहेब का नाम गलत लिखे जाने पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि किसी भी व्यक्ति का नाम उसी तरह लिखा जाना चाहिए, जिस प्रकार से वो खुद लिखता हो. इस दृष्टि से भारत का संविधान की मूल हिन्दी प्रति के पृष्ठ 254 पर किए गए हस्ताक्षर (भीमराव रामजी आंबेडकर) के मुताबिक, बाबा साहब का नाम डॉक्टर 'भीमराव आंबेडकर' लिखा जाना उचित होगा.

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