विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कई बार ये देखा जाता है कि पूरे भरे हुए गिलास के जल का उपयोग नहीं किया जाता है. इसलिए जल संरक्षण के लिए हमें इस उपयोग को करना चाहिए.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में जल संरक्षण को लेकर अनोखी पहल की गई है. विधानसभा अध्यक्ष ने हृदय नारायण दीक्षित पानी बचाने के लिए गुरुवार (18 जुलाई) को एक निर्देश जारी किया है. उन्होंने निर्देश दिया कि विधानसभा परिसर में पानी बचाने के लिए सभी लोगों को पहले आधा गिलास पेयजल दिया जाए. उन्होंने कहा कि इसके बाद अगर जरूरत पड़ने पर ही दोबारा पानी दिया जाना चाहिए.
कई बार बर्बाद होता है पानी
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कई बार ये देखा जाता है कि पूरे भरे हुए गिलास के जल का उपयोग नहीं किया जाता है. इसलिए जल संरक्षण के लिए हमें इस उपयोग को करना चाहिए. उन्होंने निर्देश दिए कि विधानसभा परिसर और सचिवालय के सभी अनुभागों में प्रारंभ में आधा गिलास जल ही प्रस्तुत किया जाए.
Uttar Pradesh Assembly Speaker, Hriday Narayan Dikshit directs staff of the Assembly Secretariat to offer "only half a glass of water at first, as it is often seen that a whole glass is not used", in a bid to conserve water. pic.twitter.com/ehvgmoXYB0
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2019
जल संरक्षण के लिए मांग सहयोग
उन्होंने कहा कि विधानसभा के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वह इस व्यवस्था का तत्काल प्रभाव से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे.
2030 तक और विकराल होगी स्थिति
आपको बता दें कि नीति आयोग पहले ही कह चुका है कि भारत भतिहास के सबसे भयावह जल संकट से जूझ रहा है. 60 करोड़ लोगों को हर रोज पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. करीब 2 लाख लोग हर साल साफ पेयजल न मिलने से मर रहे हैं. देश के 75 फीसदी मकानों में पानी की सप्लाई नहीं है और अगर हालात ऐसे ही रहे तो साल 2030 तक पानी की किल्लत और भी विकराल हो जाएगी.