CAA के खिलाफ हो रहे बवाल पर बोले इकबाल अंसारी, कहा 'ये कानून देश की भलाई के लिए है'
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CAA के खिलाफ हो रहे बवाल पर बोले इकबाल अंसारी, कहा 'ये कानून देश की भलाई के लिए है'

बुद्धिजीवियों ने देश में शांति, सौहार्द और भाईचारे बनाए रखने की अपील की है.

 

CAA को लेकर हो रहे बवाल पर इकबाल अंसारी का मानना है कि हिंसक विरोध नेताओं की चाल है.

अयोध्या: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. अराजकतत्वों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. वहीं, इस पूरे मुद्दे पर सियासत भी शुरु हो गई है. हालांकि, बुद्धिजीवियों ने देश में शांति, सौहार्द और भाईचारे बनाए रखने की अपील की है.

CAA के खिलाफ हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए साधु-संतों और बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि देश, हिंदू और मुसलमान दोनों का है. देश और देश में रहने वाले दोनों का ख्याल रखा जाए. CAA को लेकर हो रहे बवाल पर इकबाल अंसारी का मानना है कि हिंसक विरोध नेताओं की चाल है, नेता चाहते हैं कि देश में हिंदू मुस्लिम लड़ते रहें और वो राज करते रहें. मुस्लिम समाज को CAA कानून को समझना चाहिए कि ये क्या है. यदि उनको समझ में नहीं आता है तो अपने जिले के उच्च अधिकारी से इस विषय में बात करके समझें.

इकबाल अंसारी ने कहा कि ये कानून देश की भलाई के लिए है. मुस्लिम समाज इस कानून से खतरे में नहीं है. ये सिर्फ अफवाह है कि मुस्लिम समाज खतरे में है. मुस्लिम समाज से अपील है कि कोई ऐसा काम न करें जिससे देश का नुकसान हो.

उधर, राम जन्मभूमि रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी मुस्लिम समाज से अपील की है. आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि ये कानून किसी के लिए भी हानिकारक नहीं है. CAA को लेकर अफवाह व भ्रम पैदा किया जा रहा है. भारत के विरोधी लोग ही प्रदर्शन व तोड़फोड़ कर रहे हैं. समझदार लोग CAA कानून का समर्थन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास को लेकर काम कर रहे हैं. मुस्लिम समाज से अपील है कि वो धोखे व बहकावे में न आएं.

संविधान के अनुसार ही देश चल रहा है. ये देश हिंदू राष्ट्र बनने नहीं जा रहा है. देश में संविधान और कानून का राज है और रहेगा. मुस्लिम समाज देश में रहकर सहयोगी बने रहेंगे. मुस्लिम समाज किसी भी बहकावे में न आए और ना ही देश का नुकसान करे.

अयोध्या की पहली महिला महंत डॉ ममता शास्त्री ने भी मुस्लिम समाज से CAA का विरोध, देश को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की है. महंत डॉ ममता शास्त्री का कहना है कि मुस्लिम समाज CAA का अर्थ समझने की कोशिश करे. राजनीतिक चाटुकार लोगों के बहकावे में आकर राष्ट्र का नुकसान न करे. भारत में रहने वाले मुस्लिमों के लिए यह कानून नहीं है. ये कानून उन अल्पसंख्यकों के लिए है जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में पीड़ित, शोषित हैं. इससे देश के मुस्लिमों को कोई भी नुकसान नहीं होगा. इस कानून के बारे में मुस्लिम समाज को समझना चाहिए और देश में शांति बनाए रखनी चाहिए.

राम वल्लभा कुंज के महंत राजकुमार दास ने भी मुस्लिम समाज से अपील की है कि वो देश में शांति व अमन बनाए रखें. महंत राजकुमार दास ने आरोप लगाया कि देश के कुछ राजनीतिक दल जिसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी हैं, उनकी अदूरदर्शिता है. जिसकी वजह से इस कानून का विरोध हो रहा है. भारत एक ऐसा देश है जो सबके कल्याण की बात करता है. राजनीतिक पार्टियां अपने लाभ के लिए विरोध कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि देश में अराजकता पूर्ण विरोध सही नहीं है. जब देश की सीमाएं सुरक्षित होंगी, देश सुरक्षित होगा तब ही धार्मिक कार्यक्रम भी हो पाएंगे. मंदिर और मस्जिद भी तभी सुरक्षित होंगे. इस कानून का साजिशन विरोध किया जा रहा है. हिंसा करके अस्तित्व नहीं बनाया जा सकता है. देश में शांति और अहिंसा की पूजा होती है. इस कानून से मुस्लिम समाज को कोई भी नुकसान नहीं हो रहा है.

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