BBM और वर्चुअल नंबरों का यूज कर रहे थे जैश के कथित आतंकी, बड़ी वारदात को अंजाम देने का था प्लान
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BBM और वर्चुअल नंबरों का यूज कर रहे थे जैश के कथित आतंकी, बड़ी वारदात को अंजाम देने का था प्लान

आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो सदस्यों को शुक्रवार (22 फरवरी) को सहारनपुर के देवबंद में गिरफ्तार किया था. 

सहारनपुर के देवबंद से पकड़े गए कथित दोनों आतंकियों की फाइल फोटो.

लखनऊ: सहारनपुर के देवबंद से पकड़े गए कथित रूप से जैश ए मोहम्मद के दोनों आतंकियों के फोन का डाटा सोमवार को निकाला गया और इनके जिन लोगों से संबंध थे, उनसे भी पूछताछ की जा रही है. उप्र एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया, 'इन दोनों के फोन का डाटा सोमवार (25 फरवरी) अदालत में निकाला गया और अब उसका परीक्षण चल रहा है. गिरफ्तार युवकों से सहारनपुर के जिन कुछ लोगों का संबंध पता चला है उनसे भी पूछताछ की जा रही है. इससे पहले रविवार को डीजीपी ओपी सिंह ने इन दोनों कथित आतंकियों से करीब चार घंटे तक पूछताछ की थी तथा डीजीपी (कश्मीर) दिलबाग सिंह से इस संबंध में बात की थी. 

उन्होंने बताया कि पूछताछ के आधार पर और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं. पूछताछ में पता चला कि आरोपी ‘बी बी एम’ और वर्चुअल नंबरों का प्रयोग कर रहे थे. यह एक ऐसा एप है जो प्ले स्टोर पर नहीं है. मेसेजिंग में हथियारों के आवागमन और बड़ी घटना करने की तैयारी करने की जानकारी पूछताछ में मिली है .

गौरतलब है कि प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो सदस्यों को शुक्रवार (22 फरवरी) को सहारनपुर के देवबंद में गिरफ्तार किया था. पकड़े गए दोनों आतंकवादी स्थानीय युवाओं को बरगलाकर जैश-ए-मोहम्मद में भर्ती करने के अभियान के तहत उत्तर प्रदेश आये थे.

पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि यूपी एटीएस को दो दिन पहले सूचना मिली थी कि देवबंद में कुछ युवक बिना दाखिले के छात्र बनकर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए युवाओं की भर्ती कर रहे हैं. सर्विलांस की मदद से उनकी पड़ताल की गई तो शक और मजबूत हो गया.

 

उन्होंने बताया था कि पकड़े गए युवकों के कमरे की तलाशी लेने पर उनके मोबाइल फोन से तथाकथित जिहादी ऑनलाइन चैट, वीडियो और तस्वीरें बरामद की गई हैं. इनका गहन परीक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा दो पिस्तौल और 30 कारतूस भी मौके से मिले हैं.

पुलिस महानिदेशक ने बताया था कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि शाहनवाज और आकिब जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय सदस्य हैं और दोनों को इस तंजीम में नए सदस्यों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश भेजा गया था. शाहनवाज जम्मू कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है. वहीं उसका साथी आकिब अहमद पुलवामा का निवासी है. पूछताछ में मालूम हुआ है कि शाहनवाज हथगोले बनाने और चलाने में माहिर होने के साथ-साथ आतंकवाद का प्रशिक्षण भी देता है.

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