झांसी: पुष्पेंद्र के परिजनों से अखिलेश ने की मुलाकात बोले, 'ये एनकाउंटर नहीं हत्या है, न्याय दिलाकर रहेंगे'
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झांसी: पुष्पेंद्र के परिजनों से अखिलेश ने की मुलाकात बोले, 'ये एनकाउंटर नहीं हत्या है, न्याय दिलाकर रहेंगे'

अखिलेश ने कहा कि किसी को भी पुलिस की कहानी पर भरोसा नहीं है. झांसी का पुलिस प्रशासन जो घटनाक्रम बता रहा है, उससे कोई संतुष्ट नहीं है. परिवार को भी उस पर भरोसा नहीं है. क्योंकि यह एनकाउंटर नहीं हत्या है. इसके खिलाफ हम संघर्ष करेंगे और इन्हें न्याय दिलाएंगे. 

फोटो साभार- @samajwadiparty

झांसी: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav) ने बुधवार (09 अक्टूबर) को झांसी (Jhansi) से 30 किलोमीटर दूर ग्राम करगुआ खुर्द में मृतक पुष्पेन्द्र यादव (Pushpendra Yadav) के परिजनों से मुलाकत की. अखिलेश ने परिवार वालों से कहा कि वह संघर्ष करेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे.

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अखिलेश ने कहा कि किसी को भी पुलिस की कहानी पर भरोसा नहीं है. झांसी का पुलिस प्रशासन जो घटनाक्रम बता रहा है, उससे कोई संतुष्ट नहीं है. परिवार को भी उस पर भरोसा नहीं है. क्योंकि यह एनकाउंटर नहीं हत्या है. इसके खिलाफ हम संघर्ष करेंगे और इन्हें न्याय दिलाएंगे. 

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उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी उनके दु:ख में शामिल है और उनका साथ देगी. सपा अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस निर्दोषों की हत्या कर रही है, कानून के रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं और जनता के नागरिक अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री हैं, वहां जनता को न्याय न मिले तो ताज्जुब है.

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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवाधिकार आयोग ने सबसे ज्यादा नोटिस यूपी सरकार को दी है. हवालात में मौतें यहीं सबसे ज्यादा हुई हैं. कानून-व्यवस्था ध्वस्त है. मृतक और उसके शोकाकुल परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए उठ रही आवाजों को कहां तक दबाएगी सरकार?

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अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी पार्टी की मांग है कि आरोपी एसओ पर 302 का केस दर्ज किया जाए. घटना की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराई जाए और जिसने हत्या की उसे जेल भेजा जाए. पुलिस दोषी है.

वहीं, बुधावर को एडीजी (कानून-व्यवस्था) पी.वी. रामशास्त्री ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष विवेचना हो रही है. डीजीपी मुख्यालय से दो अलग-अलग मुकदमों की जांच की मॉनिटरिंग की जा रही है. पीड़ित पक्ष के आरोपों को भी विवेचना में शामिल किया गया है. परिवार के किसी अन्य एजेंसी से जांच की मांग किए जाने पर विचार होगा. उन्होंने कहा कि पुष्पेंद्र यादव पर पांच मुकदमे दर्ज थे.

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