नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के फैसले के बाद 2 अप्रैल को दलित संगठनों ने भारत बंद किया था. इस दौरान देश के कई हिस्सों में हिंसक घटनाएं भी हुईं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी अलग-अलग जगह हुए उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज किया. अब पुलिस लगातार CCTV फुटेज और वीडियो ग्राफ़ी की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शुक्रवार (06 अप्रैल) देर रात मुजफ्फरनगर के बीएसपी के जिला अध्यक्ष कमल गौतम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


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14 दिन की न्यायिक हिरासत 
शहर के तीनों थानों की पुलिस ने अपने यहां दर्ज किए गए उपद्रव के मामले में बीएसपी अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की. दलितों के आंदोलन के दौरान हुए उपद्रव और हिंसा के मामले में पुलिस ने बीएसपी जिलाध्यक्ष कमल गौतम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.


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2 अप्रैल की मचाया था उपद्रव
एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में दलितों ने पिछले सोमवार (2 अप्रैल) को शहर में आंदोलन किया था. आपको बता दें कि, दलितों का ये आंदोलन बाद में उपद्रव और हिंसा में बदल गया था. उपद्रवियों ने नई मंडी कोतवाली पर पथराव करने के अलावा जमकर आगजनी करते हुए कोतवाली परिसर और सामने खड़े वाहनों में आग लगा दी थी.


 



संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज
पुलिस ने बताया कि उपद्रव और हिंसा की घटना में उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज कराए गए थे. शहर के तीनों थानों की पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कराया था. इन मुकदमों की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. एसपी सिटी ओमवीर सिंह ने बताया कि बीएसपी जिलाध्यक्ष को शहर के तीनों थानों पर दर्ज उपद्रव के मामले में जेल भेजा गया है.