Hathras Stampede News : 2 जुलाई को हाथरस सत्संग में हुई भगदड़ में करीब 123 लोगों की मौत हो गई थी. हाथरस सत्संग हादसे के बाद से नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है.
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अरुण सिंह/फर्रुखाबाद : हाथरस सत्संग में भगदड़ के बाद नारायण साकार हरि भोले बाबा के फर्रुखाबाद आश्रम की हकीकत भी सामने आ गई है. करीब 6 बीघे में करोड़ों की लागत से बना भोले बाबा का ये आश्रम पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नाम पर है. आश्रम में भोले बाबा के नाम से बोर्ड भी लगा है. हालांकि, आश्रम का कोई रजिस्ट्रेशन नंबर भी नहीं है.
हादसे के बाद से फरार है भोले बाबा
2 जुलाई को हाथरस सत्संग में हुई भगदड़ में करीब 123 लोगों की मौत हो गई थी. हाथरस सत्संग हादसे के बाद से नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है. पुलिस नारायण साकार हरि बाबा के ठिकानों की तलाशी ले रही है. जांच में पता चला कि फर्रुखाबाद के सदर तहसील के अजमतपुर गांव में करीब 6 बीघे में भोले बाबा का आश्रम बना है. इसकी कीमत करोड़ों में है. जांच में पता चला कि करोड़ों की यह जमीन पूर्व सीएमओ सुरेश चंद्र भास्कर के नाम दर्ज है.
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था आश्रम
आश्रम के बाहर बाबा साकार हरि आश्रम का बोर्ड भी लगा है, लेकिन इस बोर्ड पर कोई रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दर्ज है. कहा जा रहा है कि जब कोई संस्था रजिस्टर्ड होती है तो उसको एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाता है और वह रजिस्ट्रेशन नंबर बोर्ड में जरूर दर्ज होना चाहिए. बताया गया कि अजमतपुर गांव में बना यह आश्रम पूर्व सीएमओ सुरेश चंद्र भास्कर के नाम पर दर्ज है. इतना ही नहीं आश्रम का निर्माण भी पूर्व सीएमओ ने ही करवाया है.
आश्रम में भोले बाबा का बोर्ड लगा
गेट के बाहर बाबा साकार हरि का बैनर भी लगा है. हो सकता है यह श्रद्धा का मामला हो लेकिन करोड़ों की जमीन खरीद कर दान भी नहीं दिया गया और काम भी पूरा होना यह कहीं ना कहीं किसी संदिग्ध व्यवस्था की ओर इशारा कर रहा है. मंगल मिलन सद्भावना के नाम से इस आश्रम को बनाया गया है. इसके ऊपर बाबा साकार हरि का भी पोस्टर लगा है. यहां पर श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
आधा फर्रुखाबाद के लोग भोले बाबा के भक्त
यहां पर आश्रम की देखरेख कर रहे कर्मचारी रामवीर सिंह ने बताया कि आधा फर्रुखाबाद बाबा का भक्त है. हर रोज लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं. मंगलवार को ज्यादा लोग दर्शन कर वापस होते हैं. बाबा साकार हरि यहां 2021 में आए थे. आवास विकास में कार्यक्रम के दौरान संयोजक रहे पूर्व सीएमओ सुरेश चंद्र भास्कर एक केस दर्ज हुआ था. हालांकि, उस मामले में अभी तक कुछ नहीं हुआ. फर्रुखाबाद आश्रम में भक्तों का आना जारी है.
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