राज्यपाल राम नाईक ने कहा- उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में अभी सुधार की जरूरत
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राज्यपाल राम नाईक ने कहा- उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में अभी सुधार की जरूरत

 प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक एक स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने अमेठी पहुंचे थे. मीडिया ने जब उनसे उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में जरूर सुधार हुआ है, लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है.

AMU में जिन्ना विवाद को लेकर कहा, इसमें राष्ट्रपति ने दखल दी है, इसलिए मेरा बोलना उचित नहीं. (फाइल फोटो)

अमेठी: प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक एक स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने अमेठी पहुंचे थे. मीडिया ने जब उनसे उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में जरूर सुधार हुआ है, लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था की हालत बिगड़ गई थी. इसमें 80 फीसदी सुधार हुआ और 20 फीसदी सुधार की जरूरत है.

  1. अमेठी में आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक हुए राज्यपाल
  2. यूपी की कानून व्यवस्था बेहतर हो सकती है- राज्यपाल
  3. 80 फीसदी सुधार हुआ है, 20 फीसदी की जरूरत- राज्यपाल

प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि इसे दो नजरिए से देखा जा सकता है. पहला नजरिया यह है कि किस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं, उसके क्या परिणाम हो रहे हैं और कुल मिलाकर ऐसी कितनी घटनाएं हो रही हैं. अगर इन पहलुओं पर गौर करें तो निश्चित तौर पर ऐसी घटनाओं में कमी आई है. इसी वजह से इंवेस्टर समिट का आयोजन सफल रहा और देश-विदेश के इंवेस्टर्स उत्तर प्रदेश में इंवेस्ट करने के लिए तैयार हैं.

20 फीसदी सुधार की गुंजाइश- राज्यपाल
इस बयान के बाद उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बहुत बुरा हो गया था. लेकिन, इस सरकार ने बहुत काम किया है. 80 फीसदी सुधार कर लिया गया है, लेकिन अभी भी 20 फीसदी सुधार की जरूरत है.

जिन्ना विवाद पर नहीं किया कोई कमेंट
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना विवाद को लेकर राज्यपाल ने कहा कि फिलहाल इस मामले में राष्ट्रपति ने दखल दी है. वे जरूर इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे. जब उन्होंने खुद इस मामले में दखल दी है तो मैं इस बारे में ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं समझता हूं.

स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कई छात्रों को सम्मानित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि अमेठी पहली बार आना हुआ है. बच्चों से कहा कि छात्र का कोई धर्म नहीं होता है, उन्हें केवल विद्यार्थी धर्म का पालन करना चाहिए.

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