हालात को देखते हुए सेना के 100, आईटीबीपी के 315, एनडीआरएफ के 250 जवानों को भी राहत और बचाव कार्य में लगे हैं. सीएम रावत ने कहा कि बचाव कार्य पूरे जोरों से चल रहा है और हम और अधिक लोगों की जान बचाने की उम्मीद कर रहे हैं. मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावित लोगों के साथ हैं.
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चमोली आपदा में लापता कुल 197 लोगों में से अब तक 26 लोगों के शव बरामद हुए हैं. वहीं, 171 लोगों की बरामदगी अभी बाकी है. इसके अलावा टनल में अभी भी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने के लिए सेना, ITBP, NDRF, SDRF की टीमें लगातार लगी हुई हैं.
चमोली आपदा को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बैठक की. इस दौरान सीएम ने प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य की जानकारी ली. साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ (State Disaster Response Fund ) से 20 करोड़ रुपये की धनराशि देने का ऐलान किया है.
ISRO के साइंटिस्ट ने चमोली में आई आपदा को लेकर असली वजह साफ की है. अभी तक माना जा रहा था कि ग्लेशियर टूटने से यह आपदा आई है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि ISRO के साइंटिस्ट्स ने सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों के जरिए यह साफ किया कि क्षेत्र में कोई ग्लेशियर नहीं टूटा. बल्कि एक ट्रिगर पॉइंट से लाखों मिट्रिक टन बर्फ एक साथ स्लाइड होकर नदी में आ गिरी, जिसके कारण यहां भयंकर तबाही मची.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक अब 18 शव प्राप्त बरामद हो चुके हैं. जबकि अभी भी लगभग 197 लोग लापता हैं. इसमें रेणी गांव के 5, तपोवन ऋत्विक कंपनी के 121, करछौ-2, रिंगी गांव-2, ऋषिगंगा कंपनी के 46, ओम मैटल- 21, एचसीसी के 3 और तपोवन गांव के 2 लोग हैं. इसमें से 25 से 35 व्यक्ति टनल में फंसे हैं. जिनका रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है. वहीं घायलों की संख्या 6 है. सभी का इलाज चल रहा है.
कल के हादसे में अभी तक लगभग 202 लोगों के लापता होने की सूचना है, वहीं 19 के शव अलग अलग स्थानों से बरामद किए गए है। शोक और दुःख की इस घड़ी में प्रशासन आपके साथ है, कृपया सहयोग बनाए रखें। राहत-बचाव कार्य त्वरित रूप से जारी है। @Ashokkumarips pic.twitter.com/jOVa65M175
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 8, 2021
चमोली आपदा में अब तक 18 लोगों की मौत की खबर है. बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहा है. टनल में अब कई लोगों के फंसे होने की खबर है. यह जानकारी डीजीपी अशोक कुमार ने एएनआई को दी है.
यूपी के नदी किनारे जिलों में हाई अलर्ट
चमोली आपदा के बाद से यूपी के नदी किनारे बसे जिलों को हाई अलर्ट किया गया था. उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि हमने कल की उत्तराखंड की दुःखद घटना को लेकर यूपी में अलर्ट जारी कर दिया था. जिन जिलों में उस रेंज की नदी आ रही है, उन सभी जिलों के सीएमओ और मेडिकल स्टाफ को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. SDRF की टीम भी काम में लगी हुई है.
192 लोग अभी मिसिंग हैं- सीएम रावत
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि 203 लोग मिसिंग थे. इसमें से 11 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. 192 लोग अभी भी मिसिंग हैं. अब तक कुल 27 लोग सुरक्षित बचाए जा चुके हैं. NTPC प्रोजेक्ट से 12 और ऋषि गंगा प्रोजेक्ट से 15 लोगों को सुरक्षित बचाया लिया गया है.
टिहरी बांध से फिर पानी छोड़ा गया
चमोली में आई आपदा के बाद स्थिति सामान्य होने पर टिहरी बांध से फिर से पानी छोड़ा गया. बाढ़ की सूचना पर टिहरी बांध से आउटफ्लो ज़ीरो कर दिया था. अब फिर से 164 क्यूमेक्स के करीब पानी छोड़ा जा रहा है.
गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी तपोवन में घटनास्थल पर पहुंचे.
मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावित लोगों के साथ- सीएम रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने जानकारी दी है कि हमारे बहादुर जवान रात भर के बचाव कार्य के पश्चात सुरंग के मुहाने तक पहुंच गए हैं. बचाव कार्य पूरे जोरों से चल रहा है और हम और अधिक लोगों की जान बचाने की उम्मीद कर रहे हैं. दुर्भाग्य से, बचाव दलों ने अब तक 11 शवों को भी बरामद किया है. मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावित लोगों के साथ हैं.
हमारे बहादुर जवान रात भर के बचाव कार्य के पश्चात सुरंग के मुहाने तक पहुँच गए हैं। बचाव कार्य जोरो से चल रहा है और हम और अधिक लोगों की जान बचाने की उम्मीद कर रहे हैं। दुर्भाग्य से, बचाव दलों ने अब तक 11 शव बरामद किए हैं। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं: उत्तराखंड CM pic.twitter.com/yRUQhnS4XB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 8, 2021
रूद्रप्रयाग में भी हाई अलर्ट
चमोली के नीति घाटी और रैड़ी गांव के पास हुई प्राकृतिक आपदा की घटना से रूद्रप्रयाग जनपद जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, मेडिकल टीमें सभी घटना पर नजर बनाये हुए हैं. जनपद की नदी किनारें सभी सीमाओं पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कल नदी के तेज बहाव में एक अज्ञात शव डीडीआरएफ को मिला है. उसे जिला अस्पताल में रखा गया है. वहीं सभी टीमें नदी किनारे सर्च अभियान में जुटी हुई हैं. नदी का जलस्तर काफी कम हो गया है, लेकिन अलकनंदा का पानी मटमैला और लीद भरा हुआ है.
चमोली आपदा को लेकर DGP का बड़ा बयान
चमोली आपदा को लेकर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा ग्लेशियर टूटने से तपोवन में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है. पहले प्रोजेक्ट में काम करने वाले 32 और दूसरे प्रोजेक्ट के 121 वर्कर लापता हैं.
No need to spread panic. The glacier burst yesterday, boulders and debris followed which washed away the Raini power project causing a massive impact on Tapovan. All of this happened yesterday. 32 people from first and 121 people are missing from the 2nd project: Uttarakhand DGP pic.twitter.com/Q2b7uYZdlD
— ANI (@ANI) February 8, 2021
30 लोग अब भी टनल में फंसे
ITBP के प्रवक्ता विवेक कुमार ने बताया कि हमने दूसरी टनल के लिए सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है, वहां क़रीब 30 लोगों के फंसे होने की सूचना है. आईटीबीपी के 300 जवान टनल को क्लियर करने में लगे हैं जिससे लोगों को निकाला जा सके. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक 170 लोग इस आपदा में लापता हैं.
चमोली पुलिस ने किया ट्वीट
इस बीच चमोली पुलिस ने जानकारी दी है कि टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी. जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं.
उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने से अब तक 14 लोगों के मारे जाने की खबर है. वहीं 15 लोगों को बचा लिया गया है. हालात को देखते हुए सेना के 100, आईटीबीपी के 315, एनडीआरएफ के 250 जवानों को भी राहत और बचाव कार्य में लगे हैं. गाजियाबाद से भी एनडीआरएफ के 100 जवान, एयरफोर्स के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गए. वो चमोली के घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करेंगे.
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