Loksabha chunav 2024: बीजेपी में पाला बदलने वाले नेताओं की दावेदारी से मुश्किल में कई सांसद, लोकसभा चुनाव में कट सकता है टिकट
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Loksabha chunav 2024: बीजेपी में पाला बदलने वाले नेताओं की दावेदारी से मुश्किल में कई सांसद, लोकसभा चुनाव में कट सकता है टिकट

UP Loksabha Election 2024:  बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने के लिए तैयारियों में जुट गई है. पार्टी का फोकस प्रदेश की उन 14 सीटों पर है, जिन पर 2019 में हार का सामना करना पड़ा था. 

Loksabha chunav 2024: बीजेपी में पाला बदलने वाले नेताओं की दावेदारी से मुश्किल में कई सांसद, लोकसभा चुनाव में कट सकता है टिकट

UP Loksabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. भाजपा ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों को परचम लहराने की हुंकार भरी है. बीजेपी का फोकस 2019 लोकसभा चुनाव में हारी हुई सीटों पर है. यहां से मजबूत प्रत्याशी उतारने के लिए पार्टी कवायद में जुटी हुई है. 

यूपी बीजेपी की ओर से इन सीटों पर दावेदारी को लेकर सर्वे भी कराया गया है. हारी हुई सीटों पर दो-दो पर्यवेक्षक भी भेजे गए थे. जानकारी के मुताबिक इनमें से कुछ ने अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंप दी है. सभी की रिपोर्ट मिलने के बाद इसे हाई कमान को भेजने की तैयारी है. कई सीटों पर टिकट के दावेदारों की लंबी कतार है जबकि कई सीटों पर दूसरे दलों के नेताओं को टिकट की डिमांड भी सामने आई है. कई जगह इस बात की भी चर्चाएं हैं कि कुछ मौजूदा सांसद भी पाला बदल सकते हैं. 

इसके अलावा चर्चा इस बात की भी है कि अवध और पूर्वांचल क्षेत्र की दो से तीन सीटों पर दूसरी पार्टियों के सांसद पाला बदलकर बीजेपी के सिंबल पर लड़ सकते हैं. कहा जा रहा है कि ये एमपी बीजपी के संपर्क में भी हैं. हालांकि किस सीट पर कौन प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा. इसका अंतिम फैसला आलाकमान के निर्णय के बाद ही हो सकेगा. फिलहाल पार्टी की सभी सीटों को लेकर कवायद में जुटी हुई है. 

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2019 में बीजेपी ने जीतीं 62 सीटें 
बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. दो सीटें उसकी सहयोगी अपना दल (एस) को मिली थीं. बसपा को 10, सपा को 5  और कांग्रेस के खाते में 1 सीट गई थी. इसके बाद रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ और दोनों सीटें बीजेपी की झोली में गईं. यानी कुल 14 ऐसी सीटें हैं, जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी ने इन सभी सीटों पर पर्यवेक्षक भेजे थे. जिसमें प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ ही प्रदेश पदाधिकारी शामिल थे. पर्यवेक्षकों को मानक भी बताए गए थे कि किस स्तर के पार्टी नेताओं से बातचीत करनी है.  

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इन सीटों पर मिली थी हार 
बीजेपी को जिन सीटों पर हार मिली थी उनमें घोसी, गाजीपुर, जौनपुर, मैनपुरी, रायबरेली, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, लालगंज, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, नगीना, सहारनपुर, बिजनौर लोकसभा सीट शामिल है. 

 

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