Saharanpur news: बीजेपी के प्रदेश सहसंयोजक प्रखर मिश्रा और नितिन मथुर की तरफ से चुनाव आयोग में इमरान मसूद की शिकायत की गई है. अभी से 10 साल पहले भी सहारनपुर में कुछ ऐसा ही हुआ था जब इमरान मसूद ने पीएम मोदी को अपशब्द कहे थे.
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lok sabha election 2024: इंडी एलायंस के तहत कांग्रेस के सहारनपुर से प्रत्याशी इमरान मसूद के खिलाफ भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत की है. बीजेपी के प्रदेश सहसंयोजक प्रखर मिश्रा और नितिन मथुर की तरफ से चुनाव आयोग में इमरान मसूद की शिकायत की गई है. ये शिकायत इमरान मसूद के चुनावी जनसभा के दौरान दिए गए बयान को लेकर की गई है. भजापा ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में ज्ञापन सौंपते हुए इमरान मसूद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है. अभी से 10 साल पहले भी सहारनपुर में कुछ ऐसा ही हुआ था जब इमरान मसूद ने पीएम मोदी को अपशब्द कहे थे.
बता दें कि भाजपा की तरफ से चुनाव आयोग को दिए गए शिकायती पत्र में लिखा गया है कि.. 'सहारनपुर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी इमरान मसूद द्वारा अपनी जनसभा में वर्ग विशेष को अपने वक्तव्य के द्वारा भड़काया गया. इन्होंने अपनी सभा में वर्ग विशेष को सम्बोधित करते हुए कहा कि "इस चुनाव में भाजपा अगर दुबारा आ गई तो सबसे पहले इलाज तुम्हारा और मेरा होना है...याद रखना यह बयान मीडिया में उपलब्ध है तथा मीडिया द्वारा प्रसारित भी किया जा रहा है.
शिकायत पत्र में लिखा गया है कि "महोदय इस बयान के द्वारा इमरान मसूद एक वर्ग विशेष में डर का माहौल उत्पन्न किया जा रहा है. उन्हें अन्य वर्गों से लड़वाने एवं संघर्ष के लिए उत्तेजित कर मतदान को हिंसा के द्वारा प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं. यह आदर्श आचार संहिता एवं विभिन्न अन्य कानूनों का घोर उल्लंघन है. अतः महोदय से निवेदन है कि सहारनपुर में कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी श्री इमरान मसूद के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करने का कष्ट करें.'
वहीं, इमरान मसूद के बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि "जो लोगों को डराते थे वह खुद को डर के साए में बता रहे हैं. बोटी-बोटी काटने का ऐलान करने वाले अब समाज को डरा रहे. भाजपा के 400 पार के नारे से विपक्ष घबराया हुआ है. ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स की कार्रवाई से भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मचा है.
2014 में हुआ था कांड
2014 में कांग्रेस उम्मीदवार इमराम मशूद ने पीएम मोदी को अपशब्द कहे थे, तब भी बड़ा बवाल हुआ था. जिसके बाद उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था. एक एफआईआर या प्रथम सूचना रिपोर्ट में 40 वर्षीय श्री मसूद पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था.