Lok Sabha Elections 2024: बृजभूषण शरण सिंह को फिर मिलेगा टिकट! इस लोकसभा सीट से बन सकते हैं BJP उम्मीदवार-सूत्र
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Lok Sabha Elections 2024: बृजभूषण शरण सिंह को फिर मिलेगा टिकट! इस लोकसभा सीट से बन सकते हैं BJP उम्मीदवार-सूत्र

BJP Lok Sabha candidates second list 2024: बीजेपी की ओर से उत्तर प्रदेश की 24 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारे जाने को लेकर चर्चा गर्म हो गई है. देखना ये होगा कि 24 में से 6 सीटों पर लगाई जा रही कयासबाजी से परे उम्मीदवारों को लेकर पार्टी क्या फैसला लेती है. हालांकि बृजभूषण शरण सिंह को फिर टिकट मिल सकता है.

Brij Bhushan Sharan Singh

Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने फिलहाल 51 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार दिया है. अब 24 सीटों के लिए किस प्रत्याशी की घोषणा पार्टी के द्वारा किया जाएगा. इस बार किसका टिकट कट सकता है, इसे लेकर चर्चा होने लगी है. हालांकि कैसरगंज लोकसभा सीट की बात करें तो सूत्र बताते हैं कि बीजेपी यहां से एक बार फिर बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह को टिकट दे सकती है. हालांकि पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे बृजभूषण का टिकट काटकर पार्टी नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतार सकती है. 

वैसे तो ऐसी भी बातें चर्चा में हैं कि जिन 24 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा जाएगा उस लिस्ट में कई बड़े चेहरों को चुनावी मैदान से बाहर कर दिया जाएगा. इनमें छः नाम सबसे अधिक सुर्खियां बटोर रहे हैं. इनमें पीलीभीत, सुल्तानपुर, प्रयागराज, कैसरगंज व गाजियाबाद और बदायूं लोकसभा सीट है. एक दिन पहले तक कैसरगंज की बात करें तो बृजभूषण शरण सिंह के टिकट कटने को लेकर कयास तो लगाए जा रहे थे, साथ इस सीट से संभावना भी जताई जा रही थी कि पार्टी बृजभूषण की जगह पर कैसरगंज लोकसभा सीट से उनकी पत्नी केतकी देवी या फिर बेटे प्रतीक भूषण सिंह को प्रत्याशी बना सकती है लेकिन अब फिर से सूई बृजभूषण शरण सिंह की ओर घूम गई है.

बृजभूषण शरण सिंह की बात करें तो उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. बाबरी मस्जिद के विध्वंस केस में उन्हें गिरफ्तार किया गया था, इसके अलावा दाऊद इब्राहिम गिरोह के शूटर को शरण देने को लेकर आतंकवाद विरोधी कानून यानी टाडा के अंतर्गत केस भी दर्ज किया गया था. वैसे, बाद में जब सबूतों का अभाव हुआ तो उनको बरी कर दिया गया. पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो बृजभूषण सिंह के विरुद्ध 1974 से लेकर 2007 के बीच कुल 38 आपराधिक केस दर्ज कराए गए. खासकर चोरी, डकैती, हत्या, आपराधिक धमकी, हत्या की कोशिश करने के साथ ही अपहरण समेत अलग-अलग आरोपों के लिए सख्त गैंगस्टर व गुंडा अधिनियम के अंतर्गत FIR दर्ज कराई गई. वैसे तो उनको बरी कर दिया गया.

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