Lucknow news: उत्तर प्रदेश में 5 जिले ऐसे हैं जिनमें आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है, तो वहीं 12 जिले ऐसे भी हैं जिनमें ये काम कछुए की चाल से चल रहा है. ऐसे जिलों को फटकार लगाई गई है.
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Lucknow news: प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने में पीछे चल रहे 12 जिलों को सख्त फटकार लगाई गई है. दरअसल उत्तर प्रदेश में 12 जिले ऐसे है जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंचा पाए है. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की ओर से ऐसे जिलों को सुधार के लिए चेतावनी दी गई है. यही नहीं लाभार्थियों के कार्ड बनाने में तेजी लाने के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
ये जिले पड़े सुस्त
इन जिलों में कार्ड बनाने की रफ्तार काफी धीमी है, जिसमें कानपुर देहात, पीलीभीत, ललितपुर, देवरिया, रायबरेली, महोबा, सोनभद्र, कौशांबी, संत कबीर नगर, अमेठी, बदायूं, हमीरपुर, बांदा और इटावा शामिल हैं. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा अगर आने वाले समय में इस स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के पांच जिलों में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य यु्ध्द स्तर पर चल रहा है. उनमें सहारनपुर, हरदोई, वाराणसी, बुलंदशहर और अलीगढ़ शामिल हैं.
प्रतिदिन दो लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड
अब प्रदेश में प्रतिदिन दो लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं. इन जिलों के साथ-साथ अच्छा कार्य कर रहे पांच मंडलों की भी पीठ थपथपाई गई है. यह मंडल सहारनपुर, वाराणसी, मेरठ, देवीपाटन और आगरा हैं. बीते दिनों ऐसे पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक जिनके परिवार में छह या उससे अधिक लोग हैं और जिस परिवार में सिर्फ बुजुर्ग लोग हैं, उन्हें इस योजना से जोड़ा गया है. ऐसे 61 लाख परिवारों के तीन करोड़ लाभार्थी जोड़े गए हैं.