Ram Janmabhoomi Hindi News: बायो डाइजेस्टिव सेप्टिक टैंक का उपयोग मल निस्तारण के लिए किया जाएगा और पंचवटी द्वीप पूरी तरह से‘नो प्लास्टिक जोन’ होगा.
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लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही इस रामनगरी को एक भव्य पर्यटन नगरी के रूप में विकसित कर वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने की पूरी तैयारी है. इसी क्रम में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर श्रीराम अनुभव केंद्र व पंचवटी द्वीप बनाया जाना भी प्रस्तावित है. 75 एकड़ में द्वीप और केंद्र का निर्माण किए जाने के इस प्रॉजेक्ट का प्रस्ताव राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की मंजूरी के लिए भेजने का मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की ओर से निर्देश दे दिया गया है.
पंचवटी द्वीप पर 75 एकड़ क्षेत्र में क्या क्या बनाया जाएगा आइए एक नजर डालते हैं-
राम अनुभव केंद्र
राम वन गमन पथ
श्रीराम और रामायण की प्रासंगिकता
कल्पवास एवं वैदिक ग्राम
अमृत भोजन प्रसाद
योगनग्राम, जैविक कृषि
तरुताल वैदिक विद्यालय
खेल प्रशिक्षण केंद्र.
टेंट सिटी का प्रस्ताव
मुख्य सचिव ने कहा है कि स्वच्छ गंगा मिशन की मंजूरी के लिए वाराणसी में गंगा नदी के किनारे टेंट सिटी का प्रस्ताव भी भेजा जाए. सेल्फ सस्टेनेबल मॉडल के आधार पर इन प्रॉजेक्ट्स का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना के अंतर्गत किसी भी तरह के निर्माण के लिए आरसीसी व पीसीसी का इस्तेमाल हीं किया जाए. बायो डाइजेस्टिव सेप्टिक टैंक का उपयोग मल निस्तारण के लिए किया जाएगा और पंचवटी द्वीप पूरी तरह से‘नो प्लास्टिक जोन’ होगा.
प्राकृतिक खेती
अर्थ गंगा परियोजना के अंतर्गत जीरो बजट प्राकृतिक खेती भी की जाएगी जिसके लिए नदी के 10 किलोमीटर तक के एरिया का चयन किया गया है. इसमें गोबर धन योजना के माध्यम से खाद के रूप में गोबर डाले जाने को बढ़ावा दिया जाएगा. इसे पूरी तरह से रसायन मुक्त खेती की जाएगी. अस्थायी स्ट्रक्चर पर राम अनुभव केंद्र आधारित होगा और बारिश के मौसम में अस्थायी स्ट्रक्चर को डिसमेंटल किया जाएगा, इस तरह श्री राम अनुभव केंद्र का संचालन भी बारिश के मौसम में नहीं किया जाएगा.