वर्तिका ने आरोप लगाया था कि राज्य महिला आयोग में सदस्य बनवाने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता और उनके सह सहयोगी अयोध्या के रहने वाले डॉ. रजनीश सिंह ने 25 लाख रुपये घूस की मांग की थी.
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लखनऊ: इंटरनेशनल शूटर वर्तिका सिंह मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उनके निजी सचिव और सह सहयोगी को अपना बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है. वर्तिका सिंह के केस में शुक्रवार को हाई कोर्ट ने सुनवाई की. आपको बता दें कि 23 दिसंबर 2020 को वर्तिका सिंह ने सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट में 156/3 के तहत परिवाद दाखिल किया था.
वर्तिका ने आरोप लगाया था कि राज्य महिला आयोग में सदस्य बनवाने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता और उनके सह सहयोगी अयोध्या के रहने वाले डॉ. रजनीश सिंह ने 25 लाख रुपये घूस की मांग की थी. इस मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई और 20 फरवरी को कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में दायर परिवाद को खारिज कर दिया था.
हाईकोर्ट 26 JULY को करेगी सुनवाई
इसके बाद वर्तिका सिंह के अधिवक्ता अरविंद सिंह राजा ने एमपी/एमएलए कोर्ट से खारिज हुई वर्तिका सिंह की रिट को हाई कोर्ट लखनऊ में चुनौती दी और रिवीजन फाइल किया. शुक्रवार को हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 26 जुलाई को सभी आरोपितों को अपना बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. अरविंद सिंह राजा सुल्तानपुर दीवानी न्यायालय में फौजदारी के जाने माने वकील हैं.
वर्तिका सिंह के वकील ने क्या कहा?
अरविंद सिंह राजा ने बताया की हाई कोर्ट ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. हमने कोर्ट को समस्त साक्ष्य उपलब्ध कराए हैं. इसमें केंद्रीय मंत्री की ऑडियो रिकार्डिंग भी कोर्ट में दी गई है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता की तहरीर पर 23 नवंबर 2020 को अमेठी के मुसाफिरखाना कोतवाली में वर्तिका सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. वर्तिका ने इस मुकदमे को कोर्ट में चुनौती दी तो उनके विरुद्ध अमेठी के मुंशीगंज थाने में एक और मुकदमा दर्ज कराया गया.
स्मृति ईरानी ने वर्तिका को लेकर दिया था बड़ा बयान
आपको बता दें कि 26 दिसंबर 2020 को तीन दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने मीडिया से कहा था कि इस प्रकरण (वर्तिका सिंह केस) में फर्जीवाड़े के तीन मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं. भारत सरकार के उपक्रमों के आधार पर फर्जी दस्तावेज लिखे गए.
साथ ही पहले से ही इस पर दो संदिग्ध अपराधों में एफआईआर अयोध्या और लखनऊ में दर्ज है. उन्होंने कहा था, ''अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा था, लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी को मुझ पर कटाक्ष करना है तो कम से कम ऐसे प्यादे खड़े ना करें जिनका डायरेक्ट संबंध गांधी खानदान से है.''
वर्तिका सिंह ने दायर किया था मानहानी का मुकदमा
स्मृति ईरानी के इस बयान के बाद वर्तिका सिंह ने उनके ऊपर मानहानि का केस दायर किया था. वर्तिका ने कहा था, ''उन्होंने देश के सामने ये कहा है कि मेरा सीधा संबंध उस पार्टी (कांग्रेस) से है. जबकि मैंने अदालत में सारे प्रमाण दे दिए हैं कि मेरा किसी से कोई संबंध नहीं है. मैं देश की एक अंतरराष्ट्रीय प्लेयर हूं. मैं राष्ट्रपति पदक से सम्मानित हूं. मेरी छवि को स्मृति ईरानी ने देश के सामने बदनाम करने की कोशिश की है. वह मुद्दे की बात नहीं कर रही हैं, मैंने उनकी रिकार्डिंग दिया है. उनके निजी सचिव के भ्रष्टाचार का सबूत दिया है.''
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