Lucknow News : सीएम योगी ने शनिवार को विभिन्न चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक की. सीएम योगी ने कहा कि जो परीक्षाएं चयनित हैं, उनमें शुचिता, पारदर्शिता और गोपनीयता का पूरा ख्याल रखा जाए.
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Lucknow News : लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड़ में दिखे. सीएम योगी ने कहा कि परीक्षाओं में सेंध लगाने वालों की अब खैर नहीं. सीएम योगी ने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता के साथ खिलवाड़ स्वीकार नहीं किया जाएगा. योगी ने कहा कि जल्द ही यूपी में नया कानून लागू होगा. इस दौरान सीएम योगी ने जिन विभागों में खाली पड़े पद हैं, उन्हें जल्द भरने के निर्देश दिए.
चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक
दरअसल, सीएम योगी ने शनिवार को विभिन्न चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक की. सीएम योगी ने कहा कि जो परीक्षाएं चयनित हैं, उनमें शुचिता, पारदर्शिता और गोपनीयता का पूरा ख्याल रखा जाए. उन्होंने कहा कि युवाओं के हित के लिए राज्य सरकार संकल्पित है. हर एक युवा की मेहनत, मेधा और प्रतिभा का सम्मान है. पेपर लीक और साल्वर गैंग जैसी घटनाएं कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. पेपर लीक औ सॉल्वर गैंग के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, जो नजीर बने. जल्द ही नया कानून लाया जाएगा.
कैलेंडर समय से जारी करें
सीएम योगी ने कहा कि चयन आयोगों से अपेक्षा है कि वे भर्ती परीक्षाओं के लिए कैलेंडर समय से जारी करें और कड़ाई के साथ उसका अनुपालन करें. कैलेंडर के अनुसार, परीक्षा न होने से अभ्यर्थियों को असुविधा होती है, इसका ध्यान रखा जाए. सभी चयन आयोग परस्पर समन्वय के साथ यह सुनिश्चित करें कि एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए.
साफ-सुथरे कॉलेजों में बनाए जाएं परीक्षा केंद्र
चयन परीक्षाओं के सेंटर के लिए राजकीय माध्यमिक, डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालय, पॉलीटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज अथवा साफ-सुथरे ट्रैक रिकॉर्ड वाले कॉलेजों में ही एग्जाम कराए जाएं. एग्जाम सेंटर वहीं होंगे, जहां सीसीटीवी की व्यवस्था होगी. यह भी सुनिश्चित कराएं कि परीक्षा केंद्र नगरीय क्षेत्र में ही हों. परीक्षा केंद्र निर्धारण में महिलाओं और दिव्यांगों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाए.
परीक्षा केंद्रों पर प्रबंधक का हस्ताक्षेप न हो
सीएम योगी ने कहा कि यदि एडेड कॉलेज को सेंटर बनाया जाता है तो संबंधित प्रबंधक परीक्षा व्यवस्था में कहीं से भी सम्मिलित न हो. केंद्र व्यवस्थापक के रूप में दूसरे संस्थान के प्रधानाचार्य को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. जिलाधिकारी तथा जिला विद्यालय निरीक्षक को भी व्यवस्था से जोड़ें. गड़बड़ी हुई तो इनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी.
शिक्षा सेवा आयोग का गठन
प्राथमिक, माध्यमिक, प्राविधिक, व्यावसायिक आदि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक चयन की प्रक्रिया में बड़ा सुधार करते हुए हाल ही में शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया गया है. इसके सदस्य नामित किए जा चुके हैं. अध्यक्ष की नियुक्ति भी जल्द कर दी जाएगी. नवगठित आयोग द्वारा चयन की कार्यवाही समय से शुरू करने की अपेक्षा है.
पूरी व्यवस्था में हो सुधार
पेपर सेट करने की प्रक्रिया, उनकी छपाई, कोषागार तक पहुंचाने, कोषागार से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने, परीक्षा केंद्र की व्यवस्था, परीक्षा के बाद OMR आयोग तक पहुंचाने OMR की स्कैनिंग, परिणाम तैयार करने सहित पूरी व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है. अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग एजेंसियों का उपयोग करें. एजेंसी के रिकॉर्ड की भलीभांति जांच करने के बाद ही दायित्व दें.
हर पाली में दो सेट पेपर तैयार करें
उन्होंने कहा कि हर पाली में 2 या अधिक पेपर सेट जरूर होने चाहिए. प्रत्येक सेट के प्रश्नपत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसी का माध्यम से कराया जाना चाहिए. पेपर कोडिंग को भी और व्यवस्थित करने की आवश्यकता है. तलाशी लेने के लिए महिला कर्मियों की तैनाती जरूर हो.
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